रायबरेली। शहर के गल्लामंडी के निकट स्थित सन्त कंवर राम इण्टर कालेज में माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा की एक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में संगठन के सतांव ब्लाक के पूर्व अध्यक्ष, समाजसेवी व राम दुलारे तिवारी इंटर कालेज ढकिया के संचालक शैलेन्द्र तिवारी उर्फ बीनू की सडक़ दुर्घटना में मृत्यु पर उनकी आत्मा की शान्ति के लिए एक शोकसभा व श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया।
श्रद्धांजलि समारोह में स्वर्गीय तिवारी को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए वित्तविहीन माध्यमिक शिक्षक महासभा के संरक्षक रामानन्द शुक्ला ने कहा कि श्री तिवारी एक जिंदादिल इंसान थे। कम उम्र से ही समाजसेवा का जुनून उन्हें सफलताओं के चर्मोत्कर्ष तक ले गया, किन्तु नियति को शायद ये नागवार गुजर रहा था, तभी तो काल के क्रूर पंजों ने उन्हें असमय ही दबोच लिया। उनकी असमय मृत्य से शिक्षा जगत का एक उगता सितारा अस्त हो गया। अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जिलाध्यक्ष महासभा के पुष्पेन्द्र तिवारी ने कहा कि बीनू तिवारी बचपन से ही प्रतिभा संपन्न व्यक्तित्व थे। महज 15 वर्ष की अल्पायु से ही अपनी जिम्मेदारियों का वो अहसास करने लगे थे। उनकी प्रतिभा से प्रभावित होकर ही कांग्रेस ने उन्हें न्याय पंचायत कोरिहर का अध्यक्ष बनाया था। महासभा के सतांव ब्लाक अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने शिक्षकों के हित के लिए अनेक संघर्ष किये। उनके रूप में संगठन ने अपना शुभचिंतक, मार्गदर्शक व एक जुझारू साथी को खो दिया है, जिसकी भरपाई असम्भव है। जिला कोषाध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह चौहान ने कहा कि श्री तिवारी एक मृदुभाषी व सरल व्यक्तित्व थे। शिक्षकों के कल्याण हेतु प्रत्येक संघर्ष में वे अग्रणी पंक्ति में अपनी भूमिका का निर्वहन करते थे। इस मौके पर चंद्रभान सिंह, रविन्द्र द्विवेदी, ऋषिराज तिवारी, जिलाध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ अंजू सिंह चौहान, सन्तोष श्रीवास्तव, शैलजा सिंह, शैल द्विवेदी, ऊषा पांडेय, जयश्री, विनय प्रताप सिंह मीनू शुक्ला, सरिता पांडेय, कुसुम मौर्या, गिरिजा शंकर त्रिपाठी, राजकुमार शर्मा, सूर्य बख्श सिंह, बृजेश श्रीवास्तव नगर अध्यक्ष, सुन्दर लाल, सूरज गुप्ता सहित तमाम शिक्षक व पदाधिकारी उपस्थित रहे।