यूपी पुलिस की गोली का शिकार बने विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें एक करोड़ की मुआवजा राशि के साथ पुलिस विभाग में नौकरी की मांग की गई है. कल्पना ने मामले की जांच सीबीआई के द्वारा कराए जाने की भी मांग की है.
लखनऊ: यूपी पुलिस की गोली का शिकार बने विवेक तिवारी के परिवार को 25 लाख रुपए और सरकारी नौकरी देने का एलान किया गया है. डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया है कि 25 लाख रुपए और सरकारी नौकरी पर परिवार ने अपनी सहमति जता दी है. इससे पहले विवेक की पत्नी कल्पना ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें एक करोड़ की मुआवजा राशि के साथ पुलिस विभाग में नौकरी की मांग की गई थी. कल्पना ने मामले की जांच सीबीआई के द्वारा कराए जाने की भी मांग की है.
अपनी एक्सयूवी 500 से घर लौट रहे एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की मौत पुलिस की गोली से हुई. आरोपी पुलिसवालों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं. लेकिन इस घटना ने पुलिस को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है.
विवेक की पत्नी कल्पना ने कहा,”मेरी रात में डेढ़ बजे उनसे बात हुई थी. कल एपल फोन की लॉन्चिंग थी. वो लेट हो गए थे. सना को ड्रॉप करने गए थे. पौने तीन बजे मैंने फोन किया तो किसी ने कहा कि एक्सीडेंट हुआ है आप लोहिया पहुंचो.”
उन्होंने कहा,”डॉक्टरों ने एक्सीडेंट की बात कही थी, गोली की बात नहीं बताई थी. मैं एक्सीडेंट वाली जगह पर गई, गाड़ी पर गोली के निशान थे. अगर उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी थी तो कौन सा क्राइम किया था कि गोली चलाई, मुझे योगी जी से जवाब चाहिए.”
कल्पना ने कहा,”योगी जी ने कौन सा कानून पास कर रखा है, कौन सा लॉ एंड ऑर्डर बना रखा है, पुलिस कह रही है कि वो आपत्तिजनक हालत में थे. मैं ये कहती हूं कि वो हमारा आपसी मामला है. पुलिस कह रही है कि गाड़ी चढाने लगे, भागे तो एक्सीडेंट हो गया. मैटर कुछ भी था लेकिन गोली चलाने का अधिकार किसने दिया.”
उन्होंने कहा,”मुझे कहा गया कि आपत्तिजनक हालत में देखे गए थे, कॉन्सटेबल पर गाड़ी चढ़ाने लगे, भागे तो पिलर से टकरा गए. मुझे जवाब चाहिए सरकार से. मुझे रत्ती पर भरोसा नहीं पुलिस से. सना के घर कॉन्सटेबल बैठा रखे हैं. रीजन कुछ भी था, मेरे घर से अरेस्ट करती, पुलिस कौन होती है गोली मारने वाली.”
उन्होंने कहा,”पुलिस ने विवेक की बिना किसी कारण से हत्या कर दी. हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं रही है. योगी जी मुझे जवाब दें. गोली मारने वाले आदमी से मिलना है मुझे. पुलिस होती कौन है गोली चलाने वाली. विवेक के चरित्र पर सवाल उठाए जा रहे हैं. मेरे निर्दोष पति को क्यों मार दिया. गलत हरकत थी तो जेल में डाल देते, मार कैसे दिया.”