शिक्षकों को दिया गया आग बुझाने का प्रशिक्षण

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शिवगढ़ (रायबरेली)। कहते हैं कि अग्नि किसी को नहीं पहचानती। यदि अग्नि
प्रचंड हो जाए तो सब कुछ खाख करके रख देती है। पल भर में ही लोगों को तबह
करके रख देती है। किंतु जागरूकता और सावधानी से अग्नि से होने वाली हानि
को काफी हद तक बचाया जा सकता है। इसी जागरूकता को जन-जन तक पहुंचाने और
अग्नि कांड से होने वाले बड़े नुकसान से बचाने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग
एवं बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से  ब्लाक सभागार में शिक्षकों को दो
दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।
ब्लॉक सभागार में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप
में प्रशिक्षण दे रहे जिला स्काउट मास्टर ट्रेनर शिवशरण सिंह, जिला गाइड
कैप्टन निरुपमा बाजपेई, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के डीआरजी
आशुतोष तिवारी, लीडर फायरमैन गंगाधर मिश्र द्वारा शिक्षकों को एलपीजी गैस
सिलेंडर व घरों में लगी आग को बुझाने का प्रशिक्षण दिया गया। फायर स्टेशन
से आये लीडर फायरमैन गंगाधर मिश्र ने प्रायोगिक तौर पर गैस सिलेंडर में
लगी आग को गीले जूट के बोरे, अग्नि अरोधक सिलेंडर और बालू से बुझाने का
आसान तरीका बताते हुए कहा कि यदि कभी एलपीजी गैस सिलेंडर अथवा कहीं आग लग
जाए तो धैर्यपूर्वक काम लें। खड़े अथवा पड़े गैस सिलेंडर पर गीले तौलिए
अथवा जूट के गोरे से झटके के साथ पीछे से जोरदार पहार करें जिससे आग बुझ
जाएगी। गैस सिलेंडर को घर के बाहर लाकर खुले में खड़ा कर दें जिससे गैस
सिलेंडर कभी ब्लास्ट नहीं होगा। आग न बुझने की स्थिति में तत्काल फायर
ब्रिगेड को फोन करें। यदि कभी घर अथवा गोदाम में आग लग जाए तो सबसे पहले
वहां मौजूद लोगों को बाहर निकालें जिससे किसी प्रकार की जनहानि न हो सके।
तत्काल फायर ब्रिगेड को फोन करें और पानी को आग की लपटों पर नही अग्नि
पॉइंट पर डालें। इस मौके पर एबीआरसी दिनेश वर्मा सुरेंद्र वर्मा, अजय
सिंह, सरला वर्मा, कुलदीप सिंह, आशुतोष यादव, प्रदीप त्रिवेदी, गीता
देवी, निधि शुक्ला, रेखा सहित सभी विद्यालयों के एक-एक शिक्षक मौजूद रहे।

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