रायबरेली। जिला प्रशासन द्वारा गुरूद्वारे में रिसीवर नियुक्त किये जाने के बाद बग्गा के मुताबिक सिक्ख समाज में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने बताया कि गुरू नानकदेव जी महराज के प्रकाशोत्सव को लेकर एक बैठक पूर्व कार्यक्रमानुसार गुरूद्वारा परिसर में होनी थी, किन्तु प्रशासन द्वारा रिसीवर बैठाए जाने के बाद संगत को गुरूद्वारा परिसर के बाहर सडक़ पर बैठकर बैठक करनी पड़ी। बग्गा के समर्थकों ने जिला प्रशासन द्वारा रिसीवर बैठाने की कार्यवाही का जमकर विरोध किया गया। बग्गा के समर्थकों का कहना है कि जनरल बाडी की बैठक में श्री गुरूसिंह सभा की चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हुई थी, जिसमें सर्वसम्मति से बसन्त सिंह बग्गा को अध्यक्ष चुना गया था, जिनका कार्यकाल भी सर्वसम्मति से पांच वर्ष के लिये तय किया गया था जो कि 23 फरवरी 2021 तक वैध है। साथी संगत ने कहा कि कुछ समाज विरोधी, चाटुकार लोग प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं। जो कि सरासर गलत है। संगत ने प्रशासन से धर्मस्थल की पवित्रता, शुचिता को दृष्टिगत रखते हुए रिसीवर हटाये जाने एवं प्रशासन को गुमराह करने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की है। बैठक में बलजीत सिंह मखीजा, सुरेन्द्र सिंह मल्होत्रा, गुरूभेज सिंह सलूजा, सुरेन्द्र सिंह बग्गा, हरमिन्दर सिंह सलूजा, दलजीत सिंह अरोड़ा, राजा बग्गा, देवेन्द्र सिंह सलूजा, राजू मोंगा आदि मौजूद रहे।