रायबरेली। विश्व मधुमेह दिवस पर देवती बीके मेमोरियल मेडिकल एण्ड कार्डियेक सेन्टर के हृदय रोग विशेषज्ञ एवं फिजीशियन डाॅ. मनीष मिश्र ने कहा कि डायबिटीज के लक्षणों का समय रहते पता लगाकर उसका उचित उपचार किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिसमें रोगी के खून में ग्लूकोज की मात्रा आवश्यकता से अधिक हो जाती है। ऐसा दो वजहों से होता है। पहला पैन्क्रियाज ग्रन्थि में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का न बनना और दूसरा शरीर की कोशिकाओं का बन रहे इंसुलिन पर सही प्रतिक्रिया न करना। उन्होंने कहा कि मधुमेह जीवनशैली और वंशानुगत बीमारी है। इसके लक्षणों पर प्रकाश डालते हुए डाॅ. मिश्र ने कहा कि थकान, कमजोरी, पैरों में दर्द, अधिक पेषाब व भूख लगना, बार-बार चश्में का नम्बर बदलना तथा जननांगों में खुजली व संक्रमण होना इस बीमारी का मुख्य लक्षण है। उन्होंने बताया कि भारत में पांच में से एक व्यक्ति डायबिटीज से प्रभावित है। यदि समय रहते इस पर कन्ट्रोल न किया जाये तो हार्ट अटैक, स्टोक, किडनी फेल्योर और अंधेपन का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि इसके रोकथाम के लिए सप्ताह में पांच दिन आधे घंटे व्यायाम करने के साथ ही फाइबर युक्त भोजन व हरी सब्जियों का अधिक से अधिक प्रयोग किया जाना चाहिए।