लगातार हो रही दुर्घटनाएं
ग्रामीणों के लिए प्राणघातक बना संपर्क मार्ग
बछरावां (रायबरेली)। एक तरफ केंद्र एवं राज्य सरकारें सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का पुरजोर कोशिश कर रही हैं और यह काम उनके मुख्य एजेंडे में हैं। वहीं दूसरी तरफ सरकारी विभागों में ठेकेदारी प्रथा से बनी नई सड़कें मानक अनुरूप ना बनाकर गड्ढा युक्त बना रहे हैं। मामला अभी तीन माह पूर्व जुलाई माह में बने बछरावां शारदा नहर से कुंडौली गांव तक के संपर्क मार्ग का है। इसमें मानकों को ताक पर रखकर संपर्क मार्ग बनाया गया है केवल सरकारी धन का बंदरबांट करने के चक्कर में बरसात के पूर्व आनन फानन बिना मिट्टी भराई के ही सड़क बना कर इतिश्री कर ली गई है। सरकारी पैसे को पास करा लिया गया है। एक ही बरसात नहीं झेल पाई यह संपर्क मार्ग। पूरी सड़क में पांच पांच फिट के के जान घातक गहरे गड्ढे बन गए हैं और तो और कहीं-कहीं आधी से अधिक सड़क पूरी तरह मिट्टी की कटान से बह गई है। अब इस संपर्क मार्ग को लोक निर्माण विभाग ना सिंचाई विभाग कोई इसको देखने वाला नहीं है। पुनः संपर्क मार्ग बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गया है जो ग्रामीणों की दुर्घटना का कारण बन रहा है। जनप्रतिनिधियों की उदासीनता भी इस संपर्क मार्ग के प्रति शुरू से लेकर अब तक लगातार बनी हुई है। वह भी संपर्क मार्ग के क्षतिग्रस्त की जानकारी उच्चाधिकारियों को पहुंचाने में आनाकानी कर रहे हैं। दर्जनों गांवों के ग्रामीणों के आवागमन के लिए इस संपर्क मार्ग को कोई देखने सुनने वाला नहीं है। अगर इस संपर्क मार्ग के प्रति जिम्मेदार अधिकारी मौके पर जाकर सड़क का मुआयना करें तो उन्हें वास्तविकता का ज्ञान हो जाएगा कि सड़क निर्माण में किस तरह की लापरवाही बरती गई है। जिसका खामियाजा हजारों ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
अनुज मौर्य/अनूप कुमार सिंह रिपोर्ट