सिंधु ने रचा इतिहास, एशियाड फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय शटलर बनीं

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जकार्ता (आरएनएस)। भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु ने आज 18वें एशियाई खेलों में महिला एकल स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। सिंधु एशियाई खेलों में इस स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। ऐसे में उन्होंने एक नई उपलब्धि अपने नाम की है। वर्ल्ड नम्बर-3 सिंधु ने सेमीफाइनल में जापान की खिलाड़ी और वर्ल्ड नम्बर-2 अकाने यामागुची को मात दी। फाइनल में उनका सामना वर्ल्ड नम्बर-1 चीनी ताइपे की खिलाड़ी ताई जु यिंग से होगा। यिंग ने रविवार को ही अपने सेमीफाइनल मैच में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल को सीधे गेमों में 21-17, 21-14 से मात देकर फाइनल में कदम रखा। सिंधु ने यामागुची को एक घंटे और पांच मिनट तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-17, 15-21, 21-10 से मात दी। ऐसे में यामागुची को कांस्य से संतोष करना पड़ा है। यह यामागुची का एशियाई खेलों की एकल स्पर्धा में उनका पहला पदक है।
सिंधु पहली बार एशियाई खेलों में महिला एकल स्पर्धा के फाइनल में पहुंची हैं। पिछली बार इंचियोन में 2014 में हुए एशियाई खेलों में वह अंतिम-16 तक का सफर ही तय कर पाईं थीं। फाइनल में यिंग के खिलाफ होने वाली भिड़ंत के बारे में सिंधु ने कहा, वह मेरा खेल जानती हैं और मैं उनका। ऐसे में कोई भी रणनीति काम नहीं आएगी। फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ी ही स्वर्ण पदक जीतेगी और मैं उम्मीद करती हूं कि मैं अपने देश के लिए स्वर्ण पदक जीतूं। रियो ओलम्पिक की रजत पदक विजेता सिंधु अगर फाइनल में जीत हासिल करती हैं, तो यह एशियाई खेलों में उनका पहला स्वर्ण पदक होगा। इसके साथ वह स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी होने के इतिहास भी रचेंगी। सिंधु अगर फाइनल मैच में अगर हार भी जाती हैं, तो भी वह एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी होने का इतिहास रचेंगी। भारत को अब तक एशियाई खेलों में बैडमिंटन की स्पर्धाओं में कुल आठ कांस्य पदक हासिल हुए हैं।

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