सलोन रायबरेली-साप्ताहिक बन्दी को भारत बन्दी का नाम देकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले एक पोस्ट पर हड़कम्प मच गया।मामले की सूचना क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह को हुई।जिसके बाद युवक को क्षेत्राधिकारी ने अपने ऑफिस बुलाकर पहले फटकार लगाई।जिसके बाद युवक ने माफीनामा लिखकर सोशल साइट्स फेसबुक से अपना विवादित पोस्ट डिलीट कर दिया।नागरिकता संसोधन बिल को लेकर हाल ही में रायबरेली में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इजहार किया था।लेकिन सलोन क्षेत्र में प्रशासन की सख्ती से अमन चैन कायम था।जानकारी के मुताबिक सलोन कोतवाली क्षेत्र के एक युवक द्वारा “सलोन कस्बे में सीएए/एनआरसी के विरोध में भारत बन्द का असर साफ दिखाई दिया”सोशल साइट्स पर पोस्ट के साथ चार अलग अलग बन्द दुकानों की फ़ोटो डाल कर पोस्ट को फेसबुक पर वायरल कर दिया था।इस दौरान कस्बे के कई सभ्रांत नागरिको ने पोस्ट को फर्जी और गलत बताते हुए इसका विरोध भी किया।जानकारी के लिए बतादे कि जिस प्रतिष्ठानों को सीएए/एनआरसी के विरोध में बन्दी दिखाई गई।दरअसल सलोन में बुधवार को साप्ताहिक बन्दी के दिन की वो सभी फ़ोटो थी।और हर बुधवार को साप्ताहिक बन्दी के दिन सलोन नगर के लोग अपनी दुकानें बंद रखते है।और युवक द्वारा साप्ताहिक बन्दी का फोटो एनआरसी के विरोध में भारत बन्दी का बताकर पोस्ट वायरल किया गया था।वही क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए युवक को अपने ऑफिस बुलाया।जहाँ उसने माफीनामा पत्र लिखकर सोशल साइट्स से विवादित पोस्ट को हटा दिया है।इस सम्बंध में क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह ने कहा कि युवक की सोशल मीडिया के फेसबुक से विवादित पोस्ट डिलीट करा दिया गया है।उसने माफीनामा पत्र दिया है।क्षेत्र में अमन चैन खराब करने का अधिकार किसी को नही है।अगर किसी के द्वारा किसी भी तरीके से विवादित पोस्ट की जाती है तो आगे सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी।
अनुज मौर्य /प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट