स्टेटमेंट नही हुआ रोड़ का पास और नेताओं ने दिखा दिए सड़क बनवाने के सपने

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महराजगंज रायबरेली
जब स्टेटमेंट ही नही पास तो कहा से बनेगा हादसों क़ो दावत देता मऊ मार्ग, जी हां! चार साल पूरे करने के बावजूद भाजपा सरकार के कद्दावर नेताओं एवं विधायक क़ी जुमलेबाजी से क्षेत्र के जनता यमपुरी मऊ मार्ग से गुजरने क़ो मजबूर हैं।
बताते चले क़ी महराजगंज इन्हौना वाया मऊ मार्ग के गड्ढे बारिश होने से तालाब में तब्दील हैं। जनाक्रोश एवं सोशल मीडिया पर फजीहत होती देख कुम्भकर्णी नींद से जागे क्षेत्रीय भाजपा नेताओं एवं विधायक द्वारा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से लोक निर्माण विभाग क़ो नकारा बता जर्जर रोड के लिए दोषी ठहरा पल्ला झाड़ लिया। कड़ी फटकार मिलने से बेबस पीडब्लूडी अधिकारियों द्वारा आनन फानन डम्फरों से गिट्टी व ट्रैक्टर ट्राली से पीली ईट डाल गड्ढों क़ी भराई कराई गयी। गड्ढों क़ी भराई में भी मुंह देखी क़ी गयी। किन्तु इन गड्ढों क़ी भराई के बाद भी चार वर्षो से हिचकोले खा रही जनता का क्षेत्रीय विधायक रामनरेश रावत एवं भाजपा सरकार से मऊ रोड निर्माण का सवाल मुंह बाए खड़ा हैं। मालूम हो क़ी मऊ रोड के निर्माण क़ो विभाग द्वारा चार वर्षो में दो स्टीमेंट शासन क़ो भेजे गए जिनक़ी पैरवी जिम्मेदारों द्वारा ना होने से स्टीमेट क़ी स्वीकृति का कही कोई अता पता नही, इस बार भी जून क़ी शुरुआत में विभाग द्वारा स्टीमेट बना कर शासन क़ो भेजा गया। सोशल मीडिया पर जर्जर सड़क क़ी दुर्दशा पर क्षेत्रीय भाजपा नेताओं क़ी फजीहत होती देख कईयों द्वारा स्टीमेट क़ो ही स्वीकृति पत्र बता विकास का ढिंढोरा गान किया गया। जिससें क्षेत्रीय जनता एवं राहगीरों में गहरी नाराजगी देखने क़ो मिल रही। लोगो का कहना हैं क़ी इन्हौना, जगदीशपुर, फैजाबाद एवं रामनगरी अयोध्या क़ो जाने वाले इस मुख्य मार्ग क़ी दुर्दशा से लोग इस रोड से जाना पसंद नही करतें जिससें लोगो क़ो लंबी दूरी तय कर दूसरे मार्गो से होकर गुजरना मजबूरी बन गया वही डग्गामार वाहनो एवं अपने वाहनो से बड़ी तादाद में प्रतिदिन तहसील व जिला मुख्यालय आने जाने वाले लोग जान हथेली पर लेकर यात्रा करने क़ो मजबूर हैं। फिर भी शासन में स्टीमेट पास कराने के बजाए जिम्मेदार भाजपा विधायक, क्षेत्रीय नेता एवं पीडब्लूडी विभाग के आला हाकिम सड़क निर्माण क़ो लेकर उदासीन रूख अख्तियार किए हैं। जिसका खामियाजा आम जनमानस क़ो भुगतना पड़ रहा।
फोटो-
1- डग्गामार वाहन से जान हथेली में रख गुजरते लोग!
2- पीले ईटों से होती सड़क के गड्डो क़ी भराई!

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