रायबरेली। एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केएल शर्मा घूम-घूमकर दुष्प्रचार कर रहे हैं कि किसानों के खेतों को छुट्टा जानवर नुकसान पहुंचा रहे है, इसके लिये केन्द्र और राज्य सरकार की सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि केएल शर्मा स्वयं की भूल पर किसी और को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जिन जानवरों की बात वो कर रहे हैं उनके लिए उन्होंने या उनकी सांसद ने अब तक क्या किया? एक सांसद के रूप में इन जानवरों से किसानों को निजात दिलाने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी सोनिया गांधी की ही है। रायबरेली के मतदाताओं के कारण ही सोनिया गांधी को पांच करोड रुपए की सांसद निधि मिलती है। कभी भी श्रीमती गांधी ने अपनी सांसद निधि से छुट्टा जानवरों की समस्या से निजात दिलाने का कोई कदम क्यों नहीं उठाया? दिनेश प्रताप सिंह जिला पंचायत सभागार में एक प्रेसवार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने सोनियां गांधी पर निषाना साधते हुए कहा कि मैडम चाहें तो देश की संसद में छुटटा जानवरों के बारे में सरकारों का ध्यानाकर्षण करा सकती है, किन्तु बड़ा दुख होता है कि सोनिया गांधी देष की एक मात्र ऐसी सांसद हैं जिन्होने अपने संसदीय क्षेत्र के लिये आज तक कभी लोकसभा में कोई आवाज नहीं उठायी। उन्होंने कहा कि यूपी के मुखिया ने छुट्टा जानवरों से मुक्ति दिलाने और गौवंशों को कोई हानि भी न हो ऐसी कार्यवाही के निर्देश ही नहीं दिये बल्कि बजट भी स्वीकृत कर जिलों को भेज दिया है। शिवगढ़ ब्लाक के जड़ावगंज गौशाला किसानों को समर्पित की जा चुकी है। 28 फरवरी तक पूरे जिले में एक भी छुट्टा जानवर किसानों की फसलों को हानि नही पहुंचा सकेगा। एमएलसी ने कहा कि मेरे अनुरोध पर मुख्यमंत्री ने सरेनी, लालगंज खीरों नहरों के बाद सतांव नहरों में भी किसानों को पानी दिलाया है। सतांव के किसान इस तरह से निराश थे कि उन्होंने जगह-जगह नहरों को पाट दिया था, नहरें सड़क बन चुकी थी, नहरो की की पटरियां मिट्टी काट कर लोग उठा ले गये थे। लोगों को विश्वास ही नहीं था कि इन नहरों में भी कभी पानी आयेगा। जब यशस्वी मुख्यमन्त्री की इच्छा शक्ति से नहरों में पानी आया तो लोग चकित हो गये। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं कि नहरों की सभी पटरियों को दुरूस्त किया जाए। एमएलसी ने यह भी कहा कि यदि कांग्रेस रायबरेली से किसी को टिकट देकर लोकसभा लड़ाती है तो वह स्वयं को वापस कर लेंगे यानि मदद करने के बारे में सोंचेंगे।