स्पीड लिमिट डिवाइस लगने से सड़क हादसों में आयेगी कमी : जिलाधिकारी

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सुरक्षात्मक उपायों से सड़क हादसों में आती है कमी : डीएम

रायबरेली। भारतवर्ष में यह माना जा रहा है कि जितना लोग किसी एक बीमारी से नहीं मरते, उससे कहीं ज्यादा लोग सड़क दुर्घटनाओं में असमय मर जाते हैं। इन सड़क दुर्घटनाओं के पीछे कई कारण होते हैं। बिना लाइसेंस के नई उम्र के नौजवानों द्वारा तेजी से वाहन चलाने, वाहन को निर्धारित गति से अधिक गति पर चलाना, चार पहिया वाहन बिना बेल्ट लगाये चलाना, दोपहिया वाहन बिना हेलमेट के चलाना, यातायात नियमों के संकेतको का ध्यान न देना, चौराहों एवं सड़कों पर गलत दिशा एवं गति सीमा से अधिक गति में चलाना, नशीले पदार्थों का प्रयोग कर वाहन चलाना, मोबाइल पर बात करना, वाहन चलाते समय वार्तालाप करने, लापरवाही व असावधानी से वाहन चलाना, वाहनों के कलपुर्जों को सही न रखना आदि सड़क दुर्घटनाओं के कई कारण होते हैं।
उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए भारत सरकार के केन्द्रीय मोटरयान नियमावली को प्रदेश में गम्भीरतापूर्वक लागू कराते हुए सुरक्षात्मक उपाय किये हैं। जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने सरकार के निर्देशों जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हर चालक को बेल्ट/हेलमेट पहने, वाहनों को चलाते समय ड्राइविंग नियमों का पालन कराने के लिए लगातर हर चौराहों, सड़कों पर चेकिंग की जा रही है। वाहनों की चेकिंग अभियान का परिणाम है कि हर दोपहिया/चार पहिया वाहन चलाने वाला चालक यातायात नियमों का पालन करने लगा है। प्रदेश में वाहनों के चेकिंग अभियान की कड़ाई और जुर्माने/चालान के डर से वाहन स्वामियों, चालकों में जागरूकता आई है, लोग यातायात नियमों, मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों को अपनाते हुए सुरक्षात्मक यात्रा करने में सुकून महसूस कर रहे हैं।

प्रदेश सरकार के परिवहन विभाग ने केन्द्रीय मोटरयान अधिनियम में दिये गये प्राविधान के तहत समस्त व्यावसायिक वाहनों में गति नियंत्रक उपकरण (स्पीड लिमिट डिवाइस) लगाने की नीति लागू की है। यह गति नियंत्रक उपकरण वाहन निर्माता कम्पनी या डीलर के स्तर पर वाहनों में लगाया जा रहा है। इसके लिए एनआईसी द्वारा विकसित स्पीड लिमिट डिवाइस पोर्टल पर विनिर्माताओं, डीलरों तथा पंजीयन अधिकारी का यूजर रजिस्ट्रेशन करते हुए डिवाइस लगाई जाती है। इस उपकरण के लग जाने से ड्राइवर अपनी मनमानी नहीं कर सकेंगे और वाहन को नियंत्रित गति से ही चलायेंगे। सड़क हादसों को रोकने के लिए सरकार ने रोडवेज की बसों में ड्राइवरों को नींद से जगाने के लिए डिवाइस लगाने का काम भी शुरू कर दिया है। इससे रोडवेज की बसों में रात्रि की यात्रा सुरक्षित होगी। यह डिवाइस चालक को नींद आने पर अलार्म बजाकर जगायेगी, साथ ही यात्रियों को भी यात्रा करने में सुरक्षा महसूस होगी। प्रदेश सरकार सड़कों पर वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के हर तरह के उपाय करते हुए लोगों में जागरूकता ला रही है। सुरक्षात्मक उपायों से सड़क हादसों में कमी भी आ रही है।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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