बेबसी गाता गन्दगी के बीच इंडिया मार्का
रायबरेली। गंदगी जितनी होगी बीमारियां उतनी ज्यादा फैलती हैं। यह गंदगी कहीं जिलावासियों के लिए बीमारियों का कारण न बन जाए। सिविल लाइंस पुल के नीचे रेलवे क्रासिंग के पास लगे इंडिया मार्का नल के पास गंदगी फैली हुई है जिसे देखकर आप हैरान हो जाएंगे। नल के सामने नगरपालिका का कूड़ादान भी रखा हुआ है। इस कूड़ेदान की वजह से अधिक गंदगी फैल रही है। नल का पानी निकलने की जगह नहीं है। नल के चारों तरफ फैली गंदगी चीख चीख बीमारियों का कारण बनने की बात कर रही है। सबसे अहम बात यह है कि इस नल के पानी का प्रयोग पुल के नीचे चल रहे होटल वाले करते हैं। और इन होटलों में कलेक्ट्रेट, एसपी आफिस, में काम से और प्राइवेट अस्पताल में मरीज को देखने आए लोग चाय नाश्ता करते हैं और इसी नल का पानी पीते हैं। कहा जाता है स्वच्छ जल से बीमारियां दूर रहती है, तो इस नल के पास इतनी गंदगी क्यों है? जिसका पानी रोजाना सैकड़ों लोग पीते हैं। फैला हुआ कूड़ा पानी भरने की वजह सड़ने लगा है। साथ ही पेड़ के गिरे हुए पत्ते पानी में पड़े मिलेंगे। ऐसे में कैसे स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इस नल के एक तरफ प्राइवेट अस्पताल है तो दूसरी ओर जिला कलेक्ट्रेट परिसर का सभागार है। इतना ही नहीं चंद कदमों की दूरी पर एसपी आफिस भी है । लेकिन फिर भी पीने के इस पानी पर किसी की नज़र नहीं पड़ी। न ही नगरपालिका की तरफ से सफाई की गई। जब इस बारे में लोगों से बात की गई तो उनका जवाब था कि नल का पानी पीने में बहुत अच्छा है लेकिन गंदगी होने के कारण मन नहीं करता। गर्मी के मौसम में स्वच्छ जल दे रहे इस नल के पास गंदगी का अंबार लगा पड़ा है। हाल ही जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने गंदगी को लेकर कड़ा आदेश जारी किया था। जरा सोचिए नल के पानी से सड़ रहे पेड़ोंं के पत्तों और पानी भरने की वजह से बीमारी फैलने का ख़तरा बढ़ता जा रहा है । साथ ही साथ आस पास के लोग भी कूड़ा करकट यहीं फेकते हैं। कलेक्ट्रेट परिसर की सभागार के बाउंड्री से सटे इस नल से पुल के नीचे खुले सभी होटल वाले पानी भरते हैं। ऐसे में साफ जाहिर होता है किस तरह खुलेआम स्वच्छता अभियान की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। अब सवाल यह उठता है कि क्या स्वच्छ जल के लिए जिला प्रशासन क्या इसपर कार्रवाई करता है या फिर फैली गंदगी डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों को दावत देती रहेंगी।
अनुज मौर्य/मनीष श्रीवास्तव रिपोर्ट