रायबरेली
कोरोना संकट में समर्पित सहयोग के लिए नर्सों को सराहा
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी नेता श्री करुणाशंकर मिश्र ने सभी नर्सों को शुभकामनाएं दी एवं उनके योगदान को अतुलनीय बताया।
ध्यातव्य है कि नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटइंगेल (Florence Nightingale) का जन्म 12 मई, 1820 को हुआ था और सबसे पहले इस दिवस की शुरूआत वर्ष 1965 मेंं की गई थी तब से लेकर आज तक यह दिवस इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेज द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है इस दिन नर्सों के सराहनीय कार्य और साहस के लिए भारत सरकार के परिवार एवं कल्याण मंत्रालय ने राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्कार की शुरुआत की और यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष फ्लोरेंस नाइटिंगल के जन्म दिन के अवसर पर फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्कारइ प्रदान किये जाते हैं यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति (President of India) के द्वारा प्रदान किये जाते हैं इस पुरस्कार में 50 हज़ार रुपए नकद, एक प्रशस्ति पत्र और मेडल दिया जाता है
प्रत्येक वर्ष फ्लोरेंस नाइटइंगेल (Florence Nightingale) के जन्म दिन यानि 12 मई के दिन को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस International Nurses Day के रूप मेें मनाया जाता है इन्होंने नोबल नर्सिंग सेवा की शुरूआत की थी
यह आयोजन ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा जैसे कई देशों में पूरे एक सप्ताह तक मनाया जाता है।
श्री मिश्र ने कोरोना संकट में भी नर्सों के योगदान के लिए उन्हें सराहा एवं भूरि भूरि प्रशंसा की।
अनुज मौर्य रिपोर्ट