यूपी डेस्क
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी को प्रतिष्ठापित करने के लिए कार्यरत हिंदी साहित्य भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रविन्द्र शुक्ल, पूर्व शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश व केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य प्रदेश प्रभारी आचार्य देवेन्द्र देव व संयोजक डॉ चैतन्य चेतन एडवोकेट व राष्ट्रीय चयन समिति के अनुमोदन पर हिंदी साहित्य भारती उत्तर प्रदेश इकाई का गठन किया गया, जिसमें राणा शिक्षा शिविर स्नातकोत्तर महविद्यालय के प्राचार्य डॉ वागीश दिनकर को अध्यक्ष व डॉ चैतन्य चेतन एडवोकेट को महामंत्री बनाया गया है।
देश के यशस्वी साहित्यकार डॉ राम सनेही लाल शर्मा ‘यायावर’ व डॉ शिव ओम ‘अम्बर’ को मार्गदर्शक मंडल में सम्मलित किया गया है। इसके अतिरिक्त ओम प्रकाश शुक्ल ‘अज्ञात’ छिबरामऊ , डॉ प्रणव शास्त्री पीलीभीत, देवेन्द्र देव मिर्जापुरी बुलंदशहर, डॉ केशव शर्मा आगरा, डॉ सुरचना त्रिवेदी प्राचार्या- भगवान दीन आर्यकन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय लखीमपुर, दन्डी स्वामी रामानंदाश्रम जी कानपुर को उपाध्यक्ष व विजय त्रिपाठी लखनऊ को महामंत्री संगठन, व डॉ संजीव आकांक्षी मुरादाबाद , श्रीमती निधि द्विवेदी-प्रधानाचार्या स. बा. वि. मं. रायबरेली को संयुक्त महामंत्री व डॉ प्रभात अवस्थी फतेहगढ़,कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक काशी,नरसिंह बहादुर कौशिक गोरखपुर , राजा भैया राजाभ लखनऊ को मंत्री, व राजीव गोयल पिलखुआ को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। डॉ मंजू द्विवेदी काशी, भूपेंद्र प्रताप सिंह फर्रुखाबाद, डॉ विभा त्रिपाठी गोरखपुर ,पदम कांत शर्मा लखनऊ, व डॉ सतीश बर्धन पिलखुआ को प्रदेश कार्यकारणी सदस्य बनाया गया है।
संगठन की दृष्टि से उत्तर प्रदेश को छह प्रांतों में बांटा गया है, जिसमें मेरठ प्रांत के अध्यक्ष का उत्तर दायित्व अरविंद भाटी एडवोकेट बुलंदशहर को सौंपा गया है।
उक्त जानकारी हिंदी साहित्य भारती की राष्ट्रीय मीडिया संयोजक डॉ रमा सिंह के द्वारा जारी की गई है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट