एमएलसी ने मूर्ति लगवाने व मंदिर के सौन्दर्यीकरण की घोषणा कर मनाया
रायबरेली। सरेनी थाना क्षेत्र के मुरारमऊ गांव स्थित कालिका मंदिर से करीब 300 वर्ष पुरानी कालीजी की मूर्ति चोरी हो गई। सुबह जब मूर्ति चोरी हो जाने का पता चला तो आक्रोशित भक्त मंदिर के पास आमरण अनशन पर बैठ गए। मंदिर के पुजारी का कहना है कि चोरी हुई मूर्ति अष्टधातु की थी। उसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये है। उधर, पुलिस का दावा है कि चोरी मूर्ति पत्थर की थी। जांच के दौरान मूर्ति के कुछ अवशेष बरामद कर लिए गए हैं। साथ ही कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। एमएलसी ने नाराज लोगों को नई मूर्ति लगवाने के साथ मंदिर के सौन्दर्यीकरण की घोषणा करके मना लिया।
जानकारी के अनुसार सरेनी थाना क्षेत्र के मुरारमऊ गांव में कालिका मंदिर है। मंदिर की देखरेख पुजारी राजेंद्र शर्मा करते हैं। सुबह पुजारी मंदिर पहुंचे तो मंदिर से कालीजी की मूर्ति नदारद थी। यह देख दंग रह गए। जानकारी होते ही वहां मजमा लग गया। सूचना पर एसओ राकेश सिंह और सीओ लालगंज लक्ष्मीकांत गौतम भी पहुंच गए। पुजारी का कहना है कि अष्टधातु की मूर्ति चोरी हुई है, जिसकी कीमत एक करोड़ रुपए के आसपास है। जानकारी होने पर पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के राम गोपाल त्रिपाठी और अन्य पदाधिकारियों की अगुवाई में भक्त मंदिर के पास आमरण अनशन पर बैठ गए। सबका कहना था कि पहले पुलिस चोरी गई अष्टधातु की मूर्ति बरामद करें, इसके बाद ही अनशन तोड़ा जाएगा। सीओ ने घटना की जांच की और पुजारी समेत अन्य लोगों के बयान दर्ज किए। पुलिस ने मंदिर से कुछ दूरी पर मूर्ति के कुछ अवशेष बरामद कर लिए। लोगों के अनशन पर बैठे होने की जानकारी होने पर एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह पहुंचे और क्रुद्ध क्षेत्रीय लोगों को समझा-बुझाकर शांत करवाया। उन्होंने मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई के लिए पुलिस को निर्देशित किया। ग्रामीणों के बीच बैठकर एमएलसी ने कहा मैं सनातन धर्म व ईश्वर को मानने वाला हूं। धर्म और ईश्वर में मेरी अथाह निष्ठा है। इस तरह की घटनाओं से हृदय द्रवित हो जाता है। उन्होंने कहा मैं अपने स्वयं के खर्चे से माताजी की जितनी भव्य मूर्ति आप लोग चाहेंगे बनवा कर विधि-विधान से पुन: स्थापित कराऊंगा। साथ ही मंदिर के सौंदर्यीकरण एवं विकास के लिए जो भी क्षेत्र के लोग कहेंगे उसको तत्काल करवाया जाएगा। मंदिर परिसर में आने-जाने के लिए तत्काल कल से खड़ंजा निर्माण की बात उन्होंने कही। एमएलसी के इस घोषणा के बाद मौजूद ग्रामीणों ने जय मां काली और दिनेश सिंह जिंदाबाद के नारे लगाए। मामले में पुलिस ने कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर घटना के बारे में पड़ताल कर रही है। एसओ सरेनी राकेश सिंह का कहना है कि चोर मंदिर में रखी अष्टधातु मूर्ति चुराने आए थे, लेकिन जानकारी के अभाव में पत्थर की मूर्ति चुरा ले गए। सीओ लालगंज लक्ष्मीकांत गौतम ने कहा कि मंदिर से जो मूर्ति चोरी की गई है, वह पत्थर की थी। घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक झोले में मूर्ति के कुछ अवशेष भी बरामद कर लिए गए हैं। घटना में शामिल आरोपियों को पकडऩे के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी ले लिया गया है।