रायबरेली। पूर्व कैबिनेट मंत्री के मुनीम से हुई लूट के मामले में पकड़े गए आरोपी रामकुमार बंदरिया को जब पता चला कि उसने जिसको लूटा है वह कोई और नहीं सपा सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और मौजूदा ऊंचाहार के विधायक डॉ मनोज कुमार पांडे का मुनीम है तो उसके हाथ पांव फूल गए। हालांकि जब राम कुमार को अपराध बोध हुआ तब तक बहुत देर हो चुकी थी। शहर कोतवाली पुलिस, सर्विलांस और स्वाट टीम के साथ उसके काफी निकट थी। लिहाजा उसे दबोच लिया गया। लूट करने के पीछे की जो कहानी रामकुमार ने बताई और पुलिस ने पता की वह काफी मार्मिक है। बताया जा रहा है कि राम कुमार एक मामले में फंसा है और उसे उस मामले से निकलने के लिए ₹80000 की आवश्यकता थी। न्यायालय में विचाराधीन इस मामले में दूसरा पक्ष सुलह के लिए ₹400000 मांग रहा था क्योंकि मामले में 5 लोग थे इसलिए राम कुमार के हिस्से में ₹80000 आए थे कैंसर से पीड़ित राम कुमार की मां ने अपना इलाज न करा कर किसी तरह ₹60000 जुटाए और रामकुमार को दे दिए। इसी बीच रामकुमार की मां की मौत हो गई। रामकुमार को अभी भी उस मुकदमे से बचने के लिए ₹20000 की आवश्यकता थी। तभी उसकी भेंट लूटकांड के मास्टर माइंड दिनेश पासी से हुई और दिनेश ने 20000 के बदले लाखों का लालच दे दिया। उधर मुकदमे से बचने के लिए रामकुमार ने हामी भर ली और अंजाम सामने है।