अनुज मौर्य /मनीष श्रीवास्तव रिपोर्ट
जगतपुर, रायबरेली
एक ओर जहां लॉकडाउन के दरमियान लोग घर से नहीं निकल रहे थे। और बाजार में आई सब्जियां सस्ते दामों में बिक रही थी। वही कद्दू और अन्य सब्जियां किसान न बिकने पर बाजार में ही फेंक कर चले जा रहे थे। वही आज ऐसी स्थितियां हो गई है कि प्याज ₹80/ किलो बाजार में बिक रही है। वही नवरात्रि होने के कारण आलू 35 से ₹45 किलो तक में बिक रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान इस ओर नहीं गया, ना ही मंडी नियंत्रक, प्रशासन या सत्ता पक्ष के ही किसी नेता का ध्यान इस ओर गया है। रसोइयों से सब्जियां गायब हो गई है। जिसके परिवार में 8 से 10 लोग हैं वह आज बहुत तंगी के दौर से गुजर रहे है। परिवार वाले गृहस्थी दारो की कहीं पर कोई सुनवाई नहीं। वही यदि बात की जाए तो किसान तो सस्ते दामों पर हरी सब्जियां बाजारों में बेच जाते हैं, मीडिएटर उन्हें महंगे दामों में बेच रहे हैं। वही नवरात्र होने के कारण फलों सेब, केला के भाव भी आसमान छू रहे हैं।