- प्रत्येक बुधवार को लगेगी हनुमंत बाजार, किसानों को मिलेगा रोजगार
- उद्घाटन में नहीं पहुंचे विधायक रामनरेश रावत ग्रामीणों में रही नाराजगी
शिवगढ़ (रायबरेली)। विकास के मामले में शिवगढ़ क्षेत्र के अति पिछड़े गांव गढ़ी मजरे देहली के युवाओं ने वो साबित कर दिखाया है जो बड़े-बड़े जनप्रतिनिधि एवं स्वयं को सच्चा समाजसेवी कहने वाले नहीं कर पाए। बताते चलें कि सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र व बड़ी-बड़ी बातें करने वाले सत्ता पक्ष के क्षेत्रीय विधायक रामनरेश रावत के क्षेत्र में पड़ने वाला गढ़ी गांव अपनी दुर्भाग्य पर आंसू बहा रहा है, जो हमेशा उपेक्षा का शिकार रहा है। शिवगढ़ ड्रेन के किनारे बसा गढ़ी गांव प्रत्येक वर्ष बरसात के दिनों में टापू बन जाता है। जिसके चलते जहां गांव का आवागमन ठप हो जाता है वहीं खून पसीना बहाकर किसान जो फसल तैयार करते हैं वो जलमग्न होकर चौपट हो जाती है। खेतों में लंबे समय तक जल भराव के कारण किसान गेहूं की फसल भी नहीं बो पाते। आलम यह है कि गांव को जाने वाला कच्चा मार्ग हर बार बरसात के दिनों में बह जाता है जिसे ग्रामीण हरबार श्रमदान करके दुरुस्त करते हैं। ऐसे में गढ़ी गांव के युवाओं ने बैठकर योजना बनाई की क्यों ना गांव के समीप एक बाजार लगवाई जाए जिससे जहां गांव के किसानों एवं व्यापारियों को रोजगार का अवसर मिलेगा वहीं आसानी से सब्जियां आदि सामान उपलब्ध हो जाएगा। फिर क्या था युवा दिलीप कुमार के नेतृत्व में गांव के रवीशंकर,कृपाशंकर, जगजीवन, भाई लाल,रामप्रकाश ,रामकिशोर, राजू, धर्मेंद्र कुमार ,रामरूप ,वासुदेव सुरेंद्र कुमार, अंजनी कुमार ,संतोष कुमार ने सर्वसम्मति निबड़वल- बड़वल संपर्क मार्ग पर स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण में प्रत्येक बुधवार को बाजार लगवाने की योजना बनाई। जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बैंक ऑफ बडौदा शाखा बेड़ारु के शाखा प्रबंधक सत्यार्थ सिंह पटेल व विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा बेड़ारु के सीनियर अधिकारी कुंवर तेज प्रताप सिंह,भाजपा पार्टी के जिला संयोजक राकेश बाबू तिवारी, शिवगढ़ व्यापार मंडल अध्यक्ष शालू गुप्ता, ग्राम विकास अधिकारी करुणा शंकर, गंगा विभूति द्वारा बजरंगबली के मंदिर में दीप प्रज्ज्वलित करने के पश्चात पूजा अर्चना कर बाजार का उद्घाटन किया गया।
जिसके पश्चात आयोजक कमेटी के द्वारा सभी अतिथियों को पुष्पमाला पहनाकर एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित शाखा प्रबंधक सत्यार्थ सिंह पटेल ने कहा कि हौसलों से हर मंजिल आसान हो जाती है निश्चित तौर पर आयोजक कमेटी के सभी युवा बधाई के पात्र हैं। श्री पटेल ने आयोजक कमेटी के युवाओं का उत्साह वर्धन करते हुए जब टूटने लगे हौसले तो बस ये याद रखना, बिना मेहनत के तख्तो ताज नहीं होते। ढूंढ लेना अंधेरों में मंजिल अपनी, जुगनू कभी रोशनी के मोहताज नहीं होते। श्री पटेल ने कहा कि यदि कोई व्यापार की शुरुआत करना चाहता है तो बैंक ऑफ बड़ौदा उसकी मदद के लिए सदैव तैयार है। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित कुंवर तेज प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हाथ उठाकर आसमान नही छुआ जा सकता इसलिए कभी व्यवसाय में यह नहीं सोचना चाहिए कि पूजी कम है इसलिए व्यवसाय करना उचित नहीं है। सदैव छोटी शुरुआत आपको उच्च शिखर पर ले जाती है। आज इस पिछड़े ग्रामीण अंचल में जो छोटी शुरुआत हुई है आगे चलकर यही अपना प्रभुत्व कायम करेगी। जो क्षेत्र के साथ हैं राष्ट्र के उत्थान में सहायक होगी। श्री कुंवर ने कहा कि इस प्रकार की मुहिम में बैंक ऑफ बड़ौदा हमेशा सहभागी रहा है। इस बाजार की शुरुआत से जो छोटे बच्चों के चेहरे पर खुशी दिखाई दे रहे हैं वो क्षेत्र के उज्जवल भविष्य का आईना है। राकेश बाबू तिवारी ने युवाओं का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि चलते रहोगे पथ पर तो, चलने में माहिर बन जाओगे। या तो मंजिल मिल जाएगी, या अच्छा मुसाफिर बन जाओगे। वहीं शालू गुप्ता ने कहा कि कोई खुद को प्रेरित करने की ठान लेता है तो, वह बुलंदियों के ऊँचे शिखर को आसानी से छू सकता है। श्री गुप्ता ने कहा कि व्यापार मंडल आयोजक कमेटी की हर संभव मदद के लिए सदैव खड़ा रहेगा। सभी अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए आयोजक कमेटी के रविशंकर ने कहा कि सीखा है मैंने दिए से खुद को बचाए रखना,आंधी और तूफानो में भी हौसला बनाए रखना,
जिनमें अकेले चलने का हौसला होता है, उनके पीछे एक दिन काफिला होता है। कार्यक्रम का सफल संचालन कर रहे कृपाशंकर रावत ने कहा कि बाजार के उद्घाटन में क्षेत्रीय विधायक रामनरेश रावत को आना था किंतु समय देने के बावजूद नहीं वो नही आए हम लोगों का तो हौंसला बिल्कुल टूट चुका था मैं शुक्रगुजार हूं बैंक ऑफ बडौदा शाखा प्रबंधक सत्यार्थ सिंह पटेल व कुंवर प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी अंगद राही का जिन्होंने हम लोगों को नई ऊर्जा देने का काम किया। बाजार के उद्घाटन में क्षेत्रीय विधायक रामनरेश रावत के न पहुंचने से ग्रामीणों में गहरी नाराजगी रही। ग्रामीणों ने रामनरेश रावत पर क्षेत्र की जनता के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है।