तिलोई (अमेठी)। एक बेटे ने अपने पिता की ख्वाहिश पूरी करने के लिए दुल्हनिया को लाने के लिए हेलीकॉप्टर से जाने की योजना बनाई। 23 फरवरी को तिलोई तहसील क्षेत्र के अहमदाबाद पिपरी निवासी अब्दुल रऊफ के पुत्र सलमान की शादी जगदीशपुर के सिधियावां निवासी अख्तर की पुत्री नगमा के साथ होना तय है। दिलचस्प शादी का मामला तिलोई तहसील के सिंहपुर ब्लॉक क्षेत्र के पूरे जहान मजरे अहमदाबाद पिपरी गांव का है। छोटे से इस गांव के साधारण परिवार में जन्मे अब्दुल रऊफ ने दौलतमंद होने का सपना देखा और इसी सपने को साकार करने के लिए वे 1980 के दशक में दिल्ली जा पहुंचे, जहां उन्होंने काफी मशक्कत के बाद प्लास्टिक दाने की फैक्टरी डाली। देखते ही देखते उनकी मेहनत रंग लाई। अब्दुल रऊफ के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा सलान ला की पढ़ाई पूरी कर प्रैक्टिस कर रहा हैं और छोटा बेटा अजमल स्नातक की पढ़ाई कर रहा है। दुल्हन बनने वाली नगमा एमए तक पढ़ाई कर चुकी है। पढ़ाई करने के बाद घर पर ही रहती है। इस शादी से सिर्फ लड़का पक्ष ही नहीं, बल्कि लड़की पक्ष भी काफी खुश है। गांव वाले भी इस बात से खुश हैं कि दूल्हा दुल्हन लेने के लिए हेलीकॉप्टर से आएगा। इसकी तैयारियां तेजी से चल रही हैं। सलमान के पिता की ख्वाहिश रही कि उसके बेटे की दुल्हनिया हेलीकॉप्टर से उतरे, जो 23 फरवरी को पूरा होगा। इसके लिए प्रशासन ने भी मंजूरी दे दी है। शर्तों के मुताबिक दोनों स्थानों पर हेलीपैड का निर्माण शुरू हो गया है। एसडीएम तिलोई महेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि हेलीकॉप्टर से बारात ले जाने की अनुमति दे दी गई है।