रायबरेली । हिंसा हो दंगा हो या घरेलू झगड़ा हो चाहे लोग जितनी ही पुलिस को बुरा भला कह ले लेकिन मौके पर साथ सहायता करने पुलिस ही खड़ी मिलती है कुछ ऐसा ही वाकया उस समय देखने को मिला जब एक अज्ञात कार ने सड़क किनारे बैठे लड़के को टक्कर मारते हुए भाग निकला ,घटना होने के बाद शुरू हुई लोगो की नक़ली संवेदना किसी ने कहा कि एम्बुलेंस बुलाओ ,किसी ने कहा कि 100 नंबर बुलाओ ,किसी ने कहा कार वाले को पकड़ लाओ पर कोई भी व्येक्ति अपने ऊपर भार नही लेना चाह रहा था सब एक दूसरे का मुँह ताक रहे थे ।
मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के बड़ा घोसियाना का था जहाँ तबियत अस्वस्थ होने की वजह से अनुज बिहारी निवासी सोनिया नगर सड़क किनारे बैठा हुआ था कि तभी तेज रफ्तार कार ने उसे जोरदार टक्कर मार दी टक्कर मारने के बाद कार चालक समेत मौके से फरार हो गया जब लोगो ने लड़के को रोड पर घायल देखा तो भीड़ का मजमा लगना चालू हुआ और देखते ही देखते कई दर्जन लोग घायल लड़के के पास खड़े होकर अपनी नकली संवेदना प्रस्तुत करने लगें वही घायल लड़के की हालत हर सेकंड बिगड़ती जा रही थी तभी उधर से गुजर रहे एक दैनिक अखबार के पत्रकार ने भीड़ को देखा और रुक गए और पूरे मामले की जानकारी करी मामला गम्भीर देखते हुए उन्होंने घटना की सूचना चौकी इंचार्ज सिविल लाइंन गोपाल मिश्रा को दी सूचना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कुछ ही मिनट में चौकी इंचार्ज अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुँच गए और तुरंत देर न करते हुए घायल लड़के को अपनी ही गाड़ी से जिला अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने घायल की स्थिति देखी तो डॉक्टर ने कहा कि समय रहते आप इसे अस्पताल ले आये वरना कुछ भी हो सकता था फिलहाल लड़के का अस्पताल में इलाज़ चल रहा है वही चौकी इंचार्ज ने मीडिया को बताया कि परिजनों द्वारा अभी कोई तहरीर नही दी गई है तहरीर अगर मिलती है तो कानूनी विधिक कार्यवाही करी जाएगी सबसे बडी बात तो ये है कि अगर पुलिस मौके पर न पहुचती तो सायद लड़के का जीवन खतरे में पड़ सकता है भीड़ केवल तमाशबीन खड़ी केवल संवेदना ही प्रस्तुत करती रह जाती और बाद में यही कहती कि पुलिस मौके पर समय से नही पहुंचती है वही चौकी इंचार्ज ने कहा कि अपना हो या पराया हमे हर किसी की मौके पर मदद करनी चाहिए मदद करने वालों को किसी भी प्रकार की कोई भी पुलिस कार्यवाही से नही गुजरना होगा।
अनुज मौर्य रिपोर्ट