सरेनी (रायबरेली)। उत्तर प्रदेश पुलिस मुखिया के लाख आदेशों के बावजूद पत्रकार उत्पीड़न हमले और धमकी थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन पत्रकारों पर हो रहे हमले से देश के चौथे स्तंभ को गिराया जा रहा है। कहीं पत्रकार पर हमला हो रहा है तो कहीं जान से मारने की धमकी मिलती है। लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। रायबरेली जनपद में पत्रकारों पर रोज कोई न कोई घटनाएं सुनाई पड़ती है। पत्रकारों पर हुए हमले से और धमकियों से पत्रकार जगत में रोष व्याप्त है। आपको बता दें एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें पत्रकार अपनी जमीन पर निर्माण कार्य करा रहा था। पत्रकार ने अपने पड़ोसी पर आरोप लगाते हुए बताया कि पड़ोसी द्वारा फोन करके जान से मारने की धमकी और निर्माण कार्य रुकवाने की धमकी दी गई। विपक्षी ने धमकी दिया कि यदि तुमने निर्माण कार्य नहीं रोका तो तुम्हें किसी झूठे केस में फंसा देंगे व दबंगों द्वारा पत्रकार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। विपक्षियों द्वारा पत्रकार को झूठे आरोप में फंसाने का षड़यंत्र किया जा रहा है। दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार सुधीर अग्निहोत्री द्वारा अपनी ही जमीन पर निर्माण कार्य कराने पर दबंगों द्वारा जान से मारने व झूठे आरोप में फंसाये जाने की धमकी दी जा रही है। सरेनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत काल्हीगांव निवासी पत्रकार सुधीर अग्निहोत्री अपनी जमीन पर निर्माण करवा रहे थे कि तभी विपक्षी देवा त्रिवेदी पुत्र हरिशंकर व परशुराम पुत्र बालहेश्वर निवासी काल्हीगांव थाना सरेनी ने फोन कर पत्रकार को निर्माण कार्य रुकवाने की धमकी दी और गाली देते हुए कहा कि यदि निर्माण कार्य बंद न किया तो तुम्हे किसी झूठे केस में फंसा देंगे और जान से मारने की धमकी दिया। पत्रकार ने इस घटना की लिखित शिकायत थाना सरेनी में किया। थाना प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि तहरीर मिली है मौके पर जाकर उचित कार्यवाही की जाएगी।
अनुज मौर्य/सन्दीप फ़िज़ा रिपोर्ट