खीरों (रायबरेली)। थाना क्षेत्र के गांव गनेशपुर निवासी एक भट्ठा श्रमिक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी. मृतक की पत्नी ने भट्ठा के मुंशी की पिटायी से मौत होने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी. पुलिस ने पीडिता की तहरीर को बदलवाकर खुद तहरीर लिखा कर सामान्य मौत की सूचना मानते हुए शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेजा है.
गनेशपुर निवासिनी श्रीकान्ती पत्नी रामगुलाम ने आरोप लगाया है कि उसका पति रामगुलाम मार्च के महीने में पंजाब में भट्ठे में मजदूरी करने गया था. उसे थाना क्षेत्र गुरुबक्सगंज के गांव कोइली का पुरवा मजरे कोरिहर निवासी राम अवध पुत्र शिवकंठ अपने साथ ले कर गए थे. उसके पति राम गुलाम ने जब भट्ठे में घर को भेजने के लिए पैसे मांगे तो राम अवध ने उसको पीटकर मरणासन्न कर दिया और उसे गाड़ी में बैठा दिया. जब वह नाजुक हालत में गाजियाबाद पहुंचा तो ६ जून को उसके पति राम गुलाम ने फोन पर आपबीती बताते हुए बताया कि वह घर नहीं पहुँच पायेगा उसे आ कर ले जाओ . परिवारीजनों में चीखपुकार मच गयी. ७ जून की सुबह जब उसकी पत्नी लखनऊ पहुंची तो रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर २ पर उसका पति राम गुलाम औंधे मुँह मरणासन्न अवस्था में पड़ा मिला. लखनऊ से घर लाते समय पश्चिमगांव के पास उसकी मौत हो गयी. शव घर पहुंचते ही परिवारीजनों में कोहराम मच गया. पत्नी श्रीकान्ती ने यह भी आरोप लगाया है कि वह जब ७ जून की दोपहर थाने तहरीर लेकर पहुंची तो खीरों पुलिस ने उसकी तहरीर लेने से इन्कार करते हुए बताया कि वह लखनऊ में ही मर चुका था. और दूसरी तहरीर पुलिस ने खुद लिखवाकर आरोपी को बरी करते हुए उसकी सूचना दर्जकर शव का पोस्ट मार्टम कराने की बात कही. मृतक की पत्नी श्रीकान्ती ने ग्राम प्रधान द्वारा उसे ५० हजार लेकर मामले को खत्म कर देने का आरोप लगाया है. जब वह नहीं मानी तो वही ५० हजार प्रभारी निरीक्षक को देकर तहरीर बदलवा देने का आरोप लगाया है. इस घटना से मृतक की पत्नी श्रीकान्ती पुत्री नीलू (१५),सीमा (१२)पुत्र आशीष (१०),पुत्री शालिनी (८) और अमित (६) का रो-रोकर बुरा हाल है. प्रभारी निरीक्षक अमरनाथ यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामला दर्जकर शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेजा जा रहा है. पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जायेगी.
अनुज मौर्य रिपोर्ट