बेटियों को प्रत्येक दशा में सुरक्षित सहज करना हम लोगों की जिम्मेदारी है:डी एम, एसपी

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  • महिला हेल्पलाइन 181, वीमेन पावर हेल्पलाइन 1090, 1098, डायल

  • 100, वन स्टाप सेन्टर, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं, 112 एमेरजन्सी आदि को भी जानकर बालिकाए बने आत्मनिर्भर सशक्त : डीएम-एसपी

रायबरेली। बेटियों को प्रत्येक दशा में सुरक्षित सहज करना हम लोगों की जिम्मेदारी है। महिलाए/बालिका सुरक्षा जागरूकता हेतु प्रदेश सरकार द्वारा अनेक कानून योजनाए सुविधाए प्रदान की गई है। महिलाए/बालिकाए को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को भली-भांति जानकारी होनी चाहिए ताकि उनको योजनाओं से लाभान्वित के लिए किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न कराना पड़े। महिला हेल्पलाइन 181, वीमेन पावर हेल्पलाइन 1090, 1098 डायल 100, वन स्टाप सेन्टर, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं, 112 एमेरजन्सी, कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ लैंगिक उत्पीड़न अधिनियम 2013 आदि योजना/कार्यक्रम महिलाए/ बालिकाओं के लिए लाभप्रद है।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार द्वारा जनपद के विभिन्न स्कूलों में बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान सम्पन्न कराये जा रहे है। जहां उपरोक्त जानकारी देकर महिलाए/बालिकाओं को जागरूक किया जा रहा है। प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गत 01 जुलाई से 31 जुलाई तक मनाये जाने वाले बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान को सफल बनाने के निर्देश सभी अधिकारियों जिसमें जिला स्तरीय समिति, पुलिस के सभी अधिकारियों थानेवार गठित टीमें, स्कूलों के प्रधानाचार्य, प्रबन्धकों आदि को दिये है। महिलाए/बालिकाओं की सुरक्षा तभी सम्भव है जब महिलाए/बालिकाएं जागरूक हो तथा उनकों नियम कानून की जानकारी हो। जिस प्रकार जल है तो जीवन है उसी प्रकार बेटियां न तो कल नही है।

बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम मा0 मुख्यमंत्री जी की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है। अभियान के कार्यक्रम की समय सारणी कार्यक्रम आदि स्कूल महाविद्यालयवार, थानावार तय कर दिया गया है। जागरूकता कार्यक्रम प्रातः 10ः00 बजे से 12ः00 बजे तक जनपद के समस्त विद्यालयों में निर्धारित तिथियोंवार आयोजित किया जा रहा है। जिसमें थाना प्रभारी नोडल व स्कूल के प्रबन्धक प्रधानाचार्य, अध्यापकगण आदि भाग लेकर बालिकाओं को बालिका सुरक्षा के लिए जागरूक करने का कार्य कर रहे है। अभियान का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को जागरूक, सशक्त करना व उनकी सुरक्षा में इजाफा करना है। प्रदेश के स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन एवं नागरिक उड्डयन व प्रभारी मंत्री जनपद नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ जिलाधिकारी नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार आदि अधिकारियों द्वारा जनपद में गत 1 जुलाई से फिरोजगांधी अडिटोरियम से बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान का कार्यक्रम शुभारम्भ कर दिया गया है अब निरन्तर कार्यक्रम करके बालिकाओं में जागरूकता उत्पन्न हो रही है। जागरूकता से महिलाए/बालिकाए अपने-अपने ग्राम व मौहल्लों में जागरूकता के बारे में लोगों से बाते करे जागरूक भी कर रही है। जिससे वर्तमान सरकार में महिलाए/बालिकाए अपने को ज्यादा सहज और सुरक्षित महसूस करने लगी है। जनपद के सभी तहसीलों, विकास खण्डों के क्षेत्रों के विभिन्न विद्यालयों में प्रतिदिन बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है जिससे बड़ी संख्या में बालिकाए लाभान्वित हो रही है।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने रतापुर के आगे सरस्वती बालिका इण्टर कालेज के प्रांगण सहित विभिन्न कालेजों में आयोजित बालिका सुरक्षा अभियान के तहत कार्यक्रमों में उपस्थित सभी महिलाए/बालिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा जा रहा है कि शिक्षित होने के साथ ही सशक्त बने। पुलिसकर्मी महिलाओं, अभिभावकों को क्या करना है और क्या नही करना है इसकी विस्तार पूर्वक जानकारी दे रहे/रही है। अभियान दूरदराज के क्षेत्रों में ले जाये तथा जागरूकता के माध्यम से महिलाओं व लडि़यों की सुरक्षा को अधिक मजबूत व सुरक्षित किया जाये। अराजक असामाजिक तत्वों शोहदों आदि पर कड़ी नजर रखी जाये कही उनका जमाव बाढ़ा जहां पर महिलाए, बालिकाए, स्कूल, कालेज, कोचिंग सेन्टर, मॉल, पार्क आदि पर कड़ी नजर रखकर शोहदों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जाये तथा प्रथम चरण में उनके सुधारे का मौका दिया जाये। छात्राए व महिलाए किस तरह से बचाव करें इसकी भी जानकारी दी जा रही है। महिला पुलिस अधिकारी संतोष सिंह ने कहा कि समस्त पुलिसकर्मियों को निर्देश दिये गये कि यदि कोई सहमति के साथ पति-पत्नी, पुरूष व महिला मित्र, छात्र/छात्राए कही घूम रहे हो तो कोई अप्रिय हरकत न कर रहे हो तो उन्हें किसी भी दशा में न छेड़ा जाये। उनका नाम पता आदि न पुछकर उनकी स्वतंत्रता में किसी भी प्रकार का व्यवधान न उत्पन्न करें। महिलाए/छात्राओं को किसी भी दशा में थाना न लाया जाये और न ही उनका पर्स, मोबाइल आदि न लिया जाये और न ही किसी भी प्रकार की तलाशी ली जाये बल्कि संवेदनशीलता, मानवीयता का व्यवहार मन मस्तिष्क में रखकर कार्य किया जाये।

प्रत्येक महिला विद्यालयों में एक शिकायत पेटिका रखा भी रखा जा रहा है। जिससे सप्ताहवार सम्बन्धित थानों के पुलिस प्रभारियों को सौपें तथा गम्भीर प्रकरणों की जांच महिला पुलिस की उपस्थित में कराई जायेगी। विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा लघु नाटिकाय, नृत्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा जुडो कराटे के माध्यम से महिला व बालिका को जागरूक किया जा रहा है। सरस्वति बालिका इण्टर कालेज कार्यक्रम में प्रधानाचार्य निधि द्विवेदी एडी सूचना प्रमोद कुमार, डा0 अमिता खुबेले, महिला थानाधिकारी संतोष सिंह, राजेश कुमार पाण्डेय, अतुल कुमार सिंह, कराटे मास्टर राकेश कुमार गुप्ता व निधि चौधरी, अमरेश सिंह, राशिद, स्कूल की बालिकाए उपस्थित थी।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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