बारूद के ढेर में बछरांवा ,मंडरा रहे खतरों के बादल, कभी भी हो सकती हैं बड़ी दुर्घटना

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2004 में हो चुका बड़ा हादसा, 4 लोगो ने विस्फोट में गवा दी थी अपनी जान

बछरावां (रायबरेली)।-पुलिस की सक्रियता के बावजूद बछरावां नगर में अवैध पटाखा फैक्ट्रियों का रिहायशी इलाकों में संचालन बेधड़क जारी है। कभी भी इन पटाखा फैक्ट्रियों में रखी विस्फोटक सामग्री से बहुत बड़ा हादसा हो सकता है। वर्ष 2004 में मनिहारन टोला बछरावां में विस्फोटक सामग्री का घर में ब्लास्ट होने से चार लोगों की जान भी जा चुकी है। फिर भी यह मानने वाले नहीं हैं क्योंकि अशिक्षित वर्ग से आने वाले मनिहारन बिरादरी के लोग केवल अंधाधुंध धन कमाने की होड़ में अवैध व्यापार लगातार जारी किए हुए हैं। लाइसेंस की मानक क्षमता से अधिक पटाखा बनाए जाते हैं एवं खुद रहने वाले घर में स्टोर करके मौत का बुलावा देते हैं वर्ष 2004 में कम मकान बने थे। लेकिन वर्तमान समय में घनी आबादी होने के कारण अगर कोई हादसे की पुनरावृत्ति होती है तो बहुत बड़े जान माल की हानि होगी। जिसका आकलन कर पाना मुश्किल है। कई लोगों ने प्रशासन से इसकी शिकायत भी की लेकिन जिला प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। अगर जिला प्रशासन इसको संज्ञान में नहीं लेता है तो इसका खामियाजा गरीब जनता को उठाना पड़ेगा। अभी कुछ दिन पूर्व मुखबिर की सूचना पर बछरावां पुलिस ने रियाहसी इलाके में बन रहे पटाखा व्यवसायी मोहम्मद अब्दुल हमीद पुत्र अब्दुल अजीज को पकड़ा था जिसमें बहुत अधिक मात्रा में गोला-बारूद आदि विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। परंतु स्थानीय रसूखदार लोगों के हस्तक्षेप से मामले का पटाक्षेप करके हिदायत देकर छोड़ दिया गया था।

अनुज मौर्य/अनुप सिंह रिपोर्ट

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