और जब विधायक को इस समस्या से परेशान होकर जाना पड़ा पैदल

237

महराजगंज (रायबरेली)। कस्बे में परिवहन विभाग की बसों को मेन चौराहे के पास खड़ी करके सवारी भरने की वजह से आये दिन जाम की समस्या बनी रहती है। कोतवाली के सामने स्टापेज बना होने के बावजूद परिवहन विभाग की सरकारी बसों के कंडक्टर व ड्राइवर मेन चौराहे के पास बस खड़ी कर रोज सवारियां भरी जाती हैं जिससे कस्बे का मुख्य व व्यस्ततम मार्ग होने की वजह से सड़क पर आने जाने वाले वाहनों तथा एंबुलेंस को भी जाम में फंसे रहना पड़ता है। सोमवार को इसी चक्कर में महामहिम राज्यपाल के कार्यक्रम से वापस तहसील आ रहे बछरावां विधायक भी जाम के दाम में फंस गए और अपने वाहन को जाम में फंसा छोड़ पदयात्रा कर तहसील पहुंचे। अगर यही हालात रहे तो किसी दिन सरकारी बसों के सवारी भरने के चक्कर में किसी मरीज की जान जा सकती है। अवलोकित हो कि कस्बे में बस स्टाप का कोई नियत स्थान न होने के कारण नगर पंचायत महराजगंज ने कोतवाली के पास समुचित स्थान देखकर यात्री शेड बनवाया है। जहां पर पर्याप्त जगह होने की वजह से बसों को मोड़ने व सवारियों को भरने से जाम की समस्या उत्पन्न न हो। लेकिन परिवहन विभाग की सरकारी बसों के कंडक्टर व ड्राइवर ज्यादा सवारियों को बैठाने के चक्कर में कस्बे के सबसे अधिक व्यस्ततम पुलिस चौकी तिराहे पर घंटों बसों को खड़ी कर सवारियां बैठाते हैं सवारियां को बैठाने के चक्कर में रायबरेली- महराजगंज- इन्हौना तथा महराजगंज से बछरावां मार्ग पर आने जाने वाले वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। सोमवार को कस्बे में बाजार लगने व होने व परिवहन विभाग रायबरेली डिपो की बस रजिस्ट्रेशन नंबर यूं पी 33 ए टी 9561 के पुलिस चौकी तिराहे पर खड़ी कर लगभग 20 मिनट तक सवारियां बैठाने के चक्कर में आने जाने वाले वाहनों की लंबी कतार लग गई। लेकिन बस कंडक्टर व ड्राइवर पर कोई असर नहीं हुआ और आराम से सवारियां बैठाने के चक्कर में विद्यालय में छुट्टी का समय होने से विद्यालय की बसों सहित मरीज़ को अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस घंटों जाम में फंसी रही। यही नहीं महामहिम राज्यपाल के कार्यक्रम जिला मुख्यालय से वापस लौट रहे बछरावां विधायक रामनरेश रावत महराजगंज तहसील जाते वक्त जाम के दाम में फंस गए कुछ देर इंतजार कर गाड़ी को जाम में फंसा छोड़ पैदल ही तहसील चल दिए। मीडिया के पूछने पर भाजपा विधायक रामनरेश रावत ने कहा कि मेरी गाड़ी भी भयंकर जाम में फंस गई है क्या करें? और अब तक इंतजार करें? इसलिए पैदल ही तहसील जा रहे हैं। विधायक को पैदल जाता देख पुलिस चौकी पर मौजूद पुलिस कर्मी सक्रिय हुए तब कहीं घंटों बाद जाम खुलवाया जा सका और जाम में फंसी एंबुलेंस के मरीजों तथा परिजनों सहित स्कूली वाहनों पर सवार बच्चों ने जाकर राहत की सांस ली। अगर यही हालात रहे तो किसी दिन सरकारी बसों में सवारियां बैठाने के चक्कर में किसी मरीज की जान जा सकती है।

अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट

Previous articleजिलाधिकारी के आदेशों के बाद भी वन विभाग की उदासीनता के चलते चल रहे हरे पेड़ो पर आरे…
Next articleहर रोज की सुबह की तरह आज की सुबह थी बहुत अलग ,लोग देखकर हुए इसे दंग