सलोन (रायबरेली)। सलोन में गुरु गोविंद सिंह का 353 वां प्रकाश पर्व सिख समाज द्वारा सोमवार को धूमधाम से मनाया गया।गुरु ग्रंथ साहिब की सरपरस्ती में गाजे-बाजे, घोडा और देहि शिवा वर-मोहे इहे शुभ करमन से कबहूं न टरो…के धुनों के संग पंच प्यारों के नेतृत्व में भव्य शोभायात्रा निकाली गई।महिलाओं-पुरुषों के कीर्तनी जत्थे की प्रस्तुतियों के बीच लोग आस्था व भक्ति से लबरेज दिखे।देर रात तक गुरुद्वारे पर कार्यक्रमों का दौर चलता रहा।गुरुद्वारा सलोन में सुबह 8 बजे गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ का समापन हुआ।दस बजे के बाद सबद-कीर्तन गायन किया। दोपहर साढे़ बाहर बजे अरदास के बाद लंगर में एक पात में बैठकर लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।इसके बाद शोभायात्रा की तैयारी शुरू हुई।सिख समाज के बच्चों, युवाओें, महिलाओं एवं पुरुषों की भीड़ शोभायात्रा में शामिल होने को आतुर दिखी।दोपहर करीब तीन बजे पंच प्यारों के नेतृत्व में गुरु ग्रंथसाहिब की सरपरस्ती में भव्य शोभायात्रा निकाली गयी।घोड़े, बैंडबाजे यात्रा की अगवानी कर रहे थे।गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी के आगे महिलाएं, बच्चों एवं युवाओं की टोली सफाई करते हुए चल रही थी।सबद-कीर्तन की गूंज से माहौल देखते ही बन रहा था।शोभा यात्रा कस्बे के गुरु द्वारा से होते हुए सब्जी मंडी, बस स्टॉप, दुर्गापूजा पंडाल, मानिकपुर तिराहे पहुँची।जिसके बाद शोभायात्रा पुनः दुर्गापूजा पंडाल के समीप पहुँची जहाँ एक समागम में तब्दील हुआ।और सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन हुआ।इस मौके पर गुरुद्वारा के प्रधान परमजीत सिंह, महेंद्र सिंह, मोनू अरोड़ा, लकी अरोड़ा, मंजीत सिंह, सोनू सिह, आदि लोग मौजूद रहे।
अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट