तिलोई,अमेठी– कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में हुए विवाद में दलित परिवार के साथ गांव के ही दबंगो ने मारपीट कर घायल कर दिया था। सप्ताह भर तो पुलिस संरक्षण में दबंगो के विरुद्ध दलित परिवार की तरफ से मिली तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था। डीएम से मिली फटकार पर कोतवाली पुलिस ने एससी एसटी में मुकदमा दर्ज किया था।
कोतवाली अन्तर्गत ग्रामसभा मवई आलमपुर अन्तर्गत गांव पूरे फत्ते में दलित परिवार शिवमंगल की पत्नी व बेटी को गांव के ही दबंगों ने 16 जनवरी को जमकर मारापीटा था। घटना की सूचना कोतवाली पुलिस के साथ एसपी तक से शिकायत हुई थी। दबंगों को संरक्षण प्राप्त कोतवाली पुलिस की करतूत से सप्ताह भर तक मुकदमा नही दर्ज हुआ था। डीएम से मिली फटकार के बाद कोतवाली पुलिस ने एससी एसटी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। तत्पश्चात कोतवाली पुलिस ने दलित परिवार से खीझ खाये हुए उसके विरुद्ध गांव निवासी राजाराम से तहरीर लेकर बलवा सहित अन्य धाराओं में शिवमंगल, रामावती, उषा देवी व बृजेश के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
दबंगों के बचाव में उतरी कोतवाली पुलिस
दलित परिवार से मिली तहरीर पर पहले तो कोतवाली पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया था। डीएम के हस्तकक्षेप से कोतवाली पुलिस ने सप्ताह भर बाद मुकदमा दर्ज तो कर लिया लेकिन कोतवाली पुलिस ने दलित महिला से आधे से ज्यादा आरोपियों के नाम तहरीर से हटवाकर हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अपनी इतिश्री कर ली थी।
मोजीम खान रिपोर्ट