मेट्रो सिटी के बाद रायबरेली पुलिस में भी ई-पेमेन्ट शुरू

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आईजी रेंज ने किया कैण्टीन व ई-पेमेन्ट सुविधा का शुभारम्भ
पुलिस कर्मियों को क्रेडिट पर भी मिलना चाहिए सामान: सुजीत पाण्डेय
रायबरेली। अब वाहन के चालान का जुर्माना भरने में एटीएम से पैसे लाने का बहाना नहीं चलेगा। जी हां रायबरेली पुलिस ने एचडीएफसी बैंक के सहयोग से ई-पेमेन्ट शुरू कर दी है। इस सुविधा के तहत वाहन स्वामी अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड से जुर्माना जमा कर सकेंगे। मेट्रो सिटी के बाद पहली बार शहरी क्षेत्र में रायबरेली को चुना गया है। एचडीएफसी बैंक की ओर से रायबरेली पुलिस को ई-पेमेन्ट की 15 मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी, जिसकी शुरूआत बैंक ने पांच मशीनें उपलब्ध कराकर कर दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इण्डिया के महत्वाकांक्षी सपने को साकार करने में रायबरेली पुलिस ने एक बड़े योगदान के तौर पर अपनी सहभागिता दर्ज कराई है।
पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र सुजीत पाण्डेय ने सोमवार की शाम पुलिस लाइन परिसर में ई-पेमेन्ट सुविधा का शुभारम्भ जुर्माना जमा करके किया। टै्रफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों से उनके एटीएम कार्ड से ही चालान जमा कराने की व्यवस्था इसके बाद शुरू हो गयी है। आईजी श्री पाण्डेय ने कहा कि ई-पेमेन्ट की सुविधा अभी हाल ही में लखनऊ में शुरू हो पायी है। उन्होंने कहा कि वहां 35 मशीनें हैं जिनके द्वारा जुर्माने की धनराशि जमा कराई जाती है। इतनी जल्दी रायबरेली में इस सुविधा का शुरू होना पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह की मेहनत और लगन का ही परिणाम है। इससे पूर्व आईजी ने पुलिस लाइन में रहने वाले पुलिस कर्मियों को गुणवत्तायुक्त सस्ता व सुलभ सामान उपलब्ध हो सके। इसके लिए कैण्टीन का भी उद्घाटन किया। कैण्टीन खुलने के बाद परिसर में रहने वाले पुलिस कर्मियों व उनके परिवारों को घरेलू सामान लाने के लिए बाजार के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। आईजी ने दोनों कार्यों के लिए पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह की सराहना की और कहा कि इस कैन्टीन में पुलिस कर्मियों को क्रेडिट पर भी सामान उपलब्ध कराया जाये और महीने के अन्त में सैलरी आने के बाद उससे कटौती कर ली जाये। इससे जहां कैन्टीन की आमदनी बढ़ेगी वहीं पुलिस कर्मियों को भी सहूलियत होगी। इससे पूर्व कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने कहा कि ई-पेमेन्ट सुविधा समय की मांग है। उन्होंने कहा कि इससे जहां वाहन चालकों को सहूलियत होगी वहीं राजस्व बढ़ेगा। डीएम श्री खत्री ने कहा कि किसी भी जिले का विकास बिना टीम वर्क के नहीं हो सकता। पुलिस और जिला प्रशासन के बीच सामंजस्य ही जनपद के विकास का राज है। इससे पूर्व क्षेत्राधिकारी यातायात शेषमणि उपाध्याय ने जिले की यातायात व्यवस्था पर प्रकाश डाला और यातायात प्रभारी अनिल कुमार सिंह के कार्यों की सराहना की। सीओ सिटी श्री उपाध्याय ने बताया कि किस तरह से रोजाना जाम से जूझ रहे शहर के यातायात को सुव्यवस्थित किया गया है। उन्होंने बताया कि यातायात प्रभारी बनाये गये अनिल कुमार सिंह ने प्रयास करके शहर में भारी संख्या में चल रहे ऑटो का सत्यापन कराया तो 1362 परमिट में 948 परमिट ही सही पाये गये। यही नहीं ऑटो चालकों में से 480 ने रूट के लिए आवेदन भी कर दिया है। सीओ ने बताया कि बड़े शहरों की तरह रायबरेली में भी चल रहे ऑटो का रूट निर्धारण किया जायेगा और वह उसी के अनुसार चलेंगे। सावन माह में कावंडिय़ों को व्यवस्थित तरीके से गन्तव्य तक पहुंचाने में यातायात पुलिस रायबरेली द्वारा किये गये प्रयासों की एडीजी इलाहाबाद द्वारा की गई सराहना का भी जिक्र सीओ ने आईजी के समक्ष किया। एचडीएफसी बैंक के शाखा प्रबंधक पवन कुमार ने बताया कि इस ई-पेमेन्ट से वाहन स्वामियों को शमन शुल्क जमा करने में काफी सहूलियत होगी। उन्होंने कहा बाकी 10 मशीनेें भी जल्द उपलब्ध कराई जायेंगी। इस मौके पर एएसपी शशि शेखर सिंह, एचडीएफसी बैंक से महेन्द्र प्रताप यादव जतिन मिश्रा, अनुराग, आरआई लाइन सहित सभी क्षेत्राधिकारी व थानाध्यक्ष मौजूद रहे।

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