अमावां(रायबरेली) बीते लगातार 36 घंटे से हो रही बरसात से समूचे क्षेत्र में त्राहिमाम मच गया है । क्षेत्र के दर्जनों गांव में जलभराव की चपेट में आ गए हैं । वही कई गांव में घरों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है । बरसात के साथ रुक-रुक कर चल रहे तूफान से दर्जनों बिजली के खंभे धराशाई हो गए हैं जिसके चलते विद्युत लाइन तहस नहस हो गई है ।
बीते 36 घंटे पहले से हो रही बरसात ने समय के साथ साथ कहर बरपाना जारी रखा है । तेज तूफान के साथ लगातार चल रही बरसात से पावर ग्रिड अमावा मनचितपुर गांव में रोड पर दर्जनों पेड़ धराशाई हो गए हैं । जिसके चलते आवागमन ठप हो गया । बरसात के कहर से क्षेत्र का सिधौना ,पासिन कोड़रा, कोड़रस बुजुर्ग ,चकदादर ,अमावा सहित अन्य कई गांव जलभराव की चपेट में आ गए । कहीं ग्रामीणों ने तो कहीं गांव के प्रधान ने जल निकासी की व्यवस्था करवाई । लगातार जारी बरसात से सिधौना गांव टापू बन गया । जानकारी पाकर गांव प्रधान प्रतिनिधि मोहम्मद मतीन खान ने जेसीबी मंगवा कर पानी निकास की व्यवस्था करवाई ,तब ग्रामीणों ने राहत की सांस ली । लगातार जारी बरसात के साथ तूफान से क्षेत्र में विद्युत लाइनें तहस-नहस हो गई । करीब दर्जन बिजली के खंभे धराशाई हो गए । जिसके चलते आपूर्ति ठप है । भारी बरसात से चकदादर गांव में रामकुमार यादव पुत्र राम आधार निवासी बीबीपुर तालुके हसना , राजकुमार व ठाकुरदीन पुत्रगण श्री राम निवासी पूरे बिंदा सिंह रसेहता तथा रमेश , छीटू श्यामलाल, गजोधर के मकान जमीदोज हो गए ।
गनीमत रही कि परिवार के लोगों ने गिरते घरों से निकलकर अपनी जान बचाई । बिजली कर्मचारी गया यादव ने बताया बिजली के तारों पर दर्जनों पेड़ों के धराशाई होने से विद्युत लाइनें तहस नहस हो गई हैं । अगर बरसात बंद हो जाए तो 2 दिन में लाइन सुचारू रूप से चलाई जा सकेगी । क्षेत्र के पूरे चौहान , महमूदपुर , समरहदा सहित अन्य कई गांव में बिजली के खंभे टूटने के कारण लाइन ठप है । लगातार बिजली आपूर्ति ठप रहने से घरों में लगे इनवर्टर डिस्चार्ज हो चुके हैं । जिसके कारण लोगों के फोन की बैटरी भी खत्म हो चुकी है । जे ई सम्भूनाथ ने बताया कि बारिश बंद होने पर लाइन सही हो पाएगी।
मनीष मौर्य रिपोर्ट