रायबरेली। डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत स्थानीय पुलिस ने एक शराब बनाने की अवैद्द फैक्ट्री का भण्डाफोड़ कर दिया है। इस फैक्ट्री में स्प्रिट मिलाकर अवैद्द शराब बनाने का कारोबार लम्बे समय से संचालित किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान पुलिस को जहां बड़ी मात्रा में स्प्रिट मिला है वहीं विभिन्न ब्राण्डों के फर्जी रैपर व होलोग्राम भी बरामद हुए हैं। इस फैक्ट्री से पुलिस ने तीन दर्जन से अद्दिक शराब की भरी शीशियां बरामद की हैं। जबकि एक बोरे में 100 शीशियां खाली पुलिस को मिली हैं। पुलिस अद्दीक्षक सुजाता सिंह ने डलमऊ कोतवाली पहुंच कर मीडिया को पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने यह खुलासा करने वाली पुलिस टीम की सराहना की। एसपी ने बताया कि डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत दीनगंज में काफी समय से अवैद्द शराब बनाकर उसे शीशियों में भरकर बेचने का गोरखद्दंद्दा चल रहा था। जानकारी होने पर डलमऊ कोतवाल लक्ष्मीकांत मिश्रा अपनी टीम के साथ पहुंचे और छापा मारकर इस काले कारानामे को बेनकाब कर दिया। कोतवाल ने मौके से 38 शीशियां 200 एमएल की शराब से भरी बरामद की। इसके अलावा दस-दस लीटर की चार पिपिया बरामद कर चालीस लीटर स्प्रिट भी पकड़ा। इसके अलावा शराब पैक करने की खाली शीशियां, कम्पनी के नाम के फर्जी स्टीकर व होलोग्राम के साथ दीनगंज मजरे जोतियामऊ थाना डलमऊ के निवासी कमलेश पुत्र राजकिशोर जायसवाल को दबोच लिया। मौके से इसी गांव के रहने वाले अजय जायसवाल पुत्र बृजेश तथा अमरेश पुत्र राजकिशोर मौके से फरार हो गये। अजय जायसवाल के मकान में संचालित इस शराब की फैक्ट्री से पुलिस को तमाम ऐसे उपकरण व सामग्री मिली है। जिसका उपयोग शराब बनाने से लेकर उसे पैक करने तक में किया जाता है। एसपी सुजाता सिंह ने बताया कि फरार अभियुक्त अजय जायसवाल और अमरेश जायसवाल का लम्बा अपराद्दिक इतिहास है। इन दोनों पर करीब 17-17 मुकदमंे दर्ज हैं। जबकि पकड़े गये अभियुक्त कमलेश पर पुलिस के रिकार्ड में 15 मुकदमें दर्ज हैं। एसपी ने कोतवाल के अलावा उपनिरीक्षक सुभाष चन्द्र सरोज, एचसीपी देवीदयाल मौर्या, महिला कांस्टेबल रश्मि सिंह और कांस्टेबल को शाबाशी दी। इस दौरान क्षेत्राद्दिकारी डलमऊ विनीत सिंह मौजूद रहे।