रायबरेली। शहर में बढ़ रही चेन स्नेचिंग की घटनाओं को लेकर शहर कोतवाली पुलिस ने एक बड़ा गुडवर्क कर दो अभियुक्तों के पास से लूट की पांच सोने की चेन बरामद की हैं। पकड़े गए दोनों अभियुक्तों का लंबा अपराधिक इतिहास है। एसपी सुजाता सिंह ने खुलासा करने वाली शहर कोतवाली पुलिस की टीम को 10 हजार रुपए का नगर पुरस्कार देने की घोषणा की है। एसपी कार्यालय के किरण हाल में प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह ने बताया कि शहर में चेन की लूटने की हुई वारदातों का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीती 26 मई को इंदिरा नगर, 11 जुलाई को आनंद नगर और छह सितंबर को बेलीगंज के पास महिलाओं की चेन लूटी गई थी। 10 सितंबर को सिटी हॉस्पिटल, 22 सितंबर को शहजादा कोठी में भी महिलाओं से पर्स, रुपए मोबाइल फोन लूटे गए थे। महाराजगंज कोतवाली क्षेत्र में 20 अगस्त को कैर तिराहा के पास भी महिला से चेन लूट ली गई थी। शहर कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम लूटेरों की तलाश में जुटी थी। जिसमें पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। उसने सुमित वर्मा पुत्र श्रीनारायण नई बस्ती मकड़ी खेड़ा थाना कल्याणपुर जनपद कानपुर नगर और प्रांजल वर्मा पुत्र राजकुमार वर्मा निवासी रायपुरवा थाना अनवरगंज जनपद कानपुर को गिरफ्तार कर लिया है। लुटेरों के पास से पुलिस को पांच सोने की चैन, एक मोबाइल फोन, चार हजार रुपए नगद और घटना में प्रयुक्त अपाचे मोटर साइकिल मिली है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए अभियुक्त सुमित वर्मा पर नौ और प्रांजल पर आठ अपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस को पूछतांछ में सुमित वर्मा ने बताया कि वह काफी वर्षों से जरायम की दुनिया में है। वर्ष 2011 में उसने प्रतापगढ़ में सुनार के बच्चे का अपहरण कर 40 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी, किंतु दुर्भाग्यवश पकड़ा गया। जेल से छूटने पर अपने साथी प्रांजल के साथ मिलकर लूटपाट करने लगा और तभी से लूट की घटनाओं में लगा हुआ है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार सिंह परिहार, स्वाट टीम प्रभारी राकेश सिंह, उपनिरीक्षक अमरेश कुमार त्रिपाठी, सिविल लाइन चौकी इंचार्ज नारायण कुमार कुशवाहा, दारोगा सुरेश कुमार सिंह, रविंद्र सिंह सहित आधा दर्जन से अधिक आरक्षी शामिल रहे।