सताँव (रायबरेली)। गोवध व पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की सख्ती के कारण मांस का कारोबार फायदे का धंधा बन गया है। इस गैर कानूनी धंधे के जरिये पैसा कमाने की चाहत में बुधवार को खीरी व बाराबंकी के दो कुख्यात मांस तस्कर गुरुबख्शगंज थाने की चैकन्नी पुलिस के हत्थे चढ़ गये। कामयाबियों की इबारत लिख रहे गुरुबख्शगंज के थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने मंगलवार की रात सई नदी से सटे शहरी कौड़ी जंगल में खुफिया सूचना पर छापेमारी करके दो ऐसे लोगों को पकड़ लिया जो पहले से पकड़ कर बांध रखे गये दो छट्टा गोवंशों की हत्या करने जा रहे थे। पकड़े गये दोनों लोगों के पास से एक तमंचा व पशु हत्या मे प्रयोग होने वाले औजार बरामद हुए। पुलिस ने दोनों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करके जेल भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार की देर रात थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह को सूचना मिली कि क्षेत्र के उत्तरी छोर पर स्थित सई नदी के किनारे शहरी कौड़ी जंगल में दो गोवंश हत्या के इरादे से बांधे गये हैं। गोमांस तस्कर देर रात इनका वध करके गोमांस ले जायेगें। इस सूचना पर चैकन्ने हुये थानाध्यक्ष, पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और झाडियों में छुपकर बैठ गये। कुछ देर बाद उन्हे सेन्ट्रो कार यूपी-32 एचबी-5153 दिखाई दी। पुलिस को देखकर कार चालक मय वाहन भागने लगा जिससे अनियंत्रित कार पेड़ से टकरा गई और कार में बैठा एक व्यक्ति घायल हो गया। कार में सवार कुल तीन लोगों में से पुलिस ने दो लोगों को दबोच लिया जबकि तीसरा व्यक्ति अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। पकड़े गये लोगों ने अपना नाम सलमान पुत्र जुम्बा निवासी जमालपुर थाना मसौली जिला बाराबंकी व जबीबउल्ला पुत्र अमीरउल्ला निवासी भदवारा थाना गोला जिला खीरी बताया। दोनों की तलाशी में सलमान के पास एक अदत तमंचा बरामद हुआ जबकि कार में गोवंश काटने के औजार बरामद हुए। पुलिस की पूछतांछ में दोनों ने बताया कि वह लोग दिन में छुट्टा जानवरों को पकडकर जंगल में बांध देते है और रात में उनका वधकर गोमांस लेकर लखनऊ चले जाते है। थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि दोनों के विरुद्ध संबन्धित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करके जेल भेज दिया गया है।