रायबरेली। सिंचाई विभाग के प्रांगण में उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ द्वारा पुरानी पेंशन बहाली सहित चार सूत्रीय मांगों के समर्थन में हड़ताल घोषित करते हुए धरना दिया गया। धरने की अध्यक्षता कर रहे महासंघ के जिलाध्यक्ष जयचन्द्र वर्मा ने कहा कि यदि पुरानी पेंशन बहाल न की गई तो राजकीय कर्मचारी आने वाले चुनाव में सत्तासीन राजनैतिक दलों को अपनी ताकत और एकता का एहसास करायेंगे। उन्होंने कहा कि संविदा और आउटसोर्सिंग पर नियुक्ति बंद कर नियमित नियुक्ति चालू नहीं की जाती है तो धीरे-धीरे इस देश एवं प्रदेश के शिक्षित बेरोजगारों को सरकारें पूंजीपतियों के हाथों का गुलाम बना देंगी। इस दौरान पुरानी पेंशन बहाली, सांतवे वेतन आयोग में न्यूनतम वेतन, आंगनबाड़ी, आशा बहू, संगिनी, रसोईयां, पीआरडी को न्यूनतम वेतन 18000 प्रतिमाह देने तथा चिकित्सा प्रतिपूर्ति के दावे भुगतान पूर्व की भांति करने की मांग की गई है। मंत्री पारसनाथ जायसवाल ने कहा कि यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो सरकारों को आने वाले चुनाव में खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसके बाद सभी कर्मचारियों ने एक रैली निकालकर जिलाद्दिकारी को प्रद्दानमंत्री को सम्बोद्दित चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। मौके पर राकेश चैद्दरी, दयाराम यादव, विजय सेन, प्रमोद सिंह, ओंकार सिंह, अमरनाथ चैद्दरी, राजेश कुमार, नीरज मौर्या, साजिद मेंहदी, नीता श्रीवास्तव, कमलेश त्रिवेदी, अजय यादव, रामानंद सोनकर आदि लोग मौजूद रहे।