यूनिट नंबर छह में लगी आग मचा अफरा-तफरी
ऊंचाहार (रायबरेली) । कोतवाली के अन्तर्गत सलोन मार्ग पर स्थिति एनटीपीसी प्लांट परिसर में यूनिट नंबर छह में रविवार व सोमवार की मध्य रात्रि में एकाएक आग के लव ब्वायलर एरिया के क्षेत्र मे उठने के बाद आग पकड़ लिया जिसको देखकर यूनिट में अफरा-तफरी मच गया। हालांकि सीआईएसएफ की फायर विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर आग में काबू पा लिया था।
कोतवाली के ऊंचाहार एनटीपीसी प्लांट में रविवार व सोमवार की मध्य रात्रि में यूनिट नम्बर छह में 500 मेगावाट यूनिट का उत्पादन जारी था, जिस दौरान एकाएक यूनिट के ब्वायलर एरिया में आग के फव्वारे उठने लगे जिसके बाद आग पकड़ लिया। मामला रात्रि का होने पर वहां पर उपस्थिति कर्मचारी व अधिकारियों ने अपने-अपने आफिस से यूनिट को बन्द करके बाहर किसी तरह भागकर जान बचाई। जिसके बाद सूचना पर पहुंची एनटीपीसी की ही सीआईएसएफ की फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर किसी तरह काबू पाया। जिससे एक बड़ा हादसा टल गया आपको ये भी बता दे कि यह वहीं यूनिट है। जिसमे बीते एक नवंबर सन् 2017 को ब्वायलर एरिया में ब्लास्ट होने पर यूनिट नम्बर छह में ही तैनात एनटीपीसी के तीन एजीएम समेत 45 की उपचार के दौरान मौत हो गई थी, जिसमें भारी संख्या में लोग घायल भी हुए थे। जिसके बाद कई बार इस यूनिट पर आग लगने की वारदात हो चूकी है जिसमे विभागी सूत्रों की माने तो इस यूनिट को जल्द बाजी में चलाने पर आए दिन कोई न कोई घटना छिटपुट होता रहता है, जिसमें हादसे के बाद दो श्रमिक झुलस चुके है जबकि एक श्रमिक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत भी हो चुकी है। हालांकि इस यूनिट में विभागीय उच्चाधिकारियों की लापरवाही उजागर हो रहा है। क्योकि एक नवम्बर सन् 2017 को हुए हादसे के बाद यहां के मैनेजमेंट ने हादसे के कारण को 30 दिन में जांच करके खुलासा करने का दावा किया था जबकि उसकी अवधि 30 नवम्बर सन् 2017 को ही समाप्ति हो चुका है लेकिन अभी तक जांच का खुलासा नहीं किया गया। जिस हादसे के जिम्मेदार कौन है 45 हत्याओं व भारी संख्या में घायलों का जिम्मेदार कौन है। यह एक पहेली आज भी बनी हुई है। उधर एनटीपीसी के जनसम्पर्क विभाग के पवन मिश्रा ने आज हुए आग लगने की पुष्टि करते हुए बताया कि फायर विभाग की टीम ने आग पर काबू पा लिया है, जिसमे यूनिट को पुनःचलाने के लिए इंजीनियरो की टीम लगा दिया गया है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट