आखिर क्यों मेहरबान हैं वन माफियाओं पर अधिकारी, कार्यवाही करने से क्यों कतराते हैं जिम्मेदार

114

सलोन रायबरेली-सलोन कस्बे में स्थित सीओ और एसडीएम ऑफिस के पीछे आंधी में गिरे आम के पेड़ को वन माफिया काट कर उठा ले गये।मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने अवैध पेड़ कटान की सूचना डीएफओ रायबरेली समेत स्थानीय प्रशासन को।जिसके बाद मौके पर पहुंचे वनक्षेत्राधिकारी ने हो रहे अवैध पेड़ कटान की जानकारी ली।विदित हो कि मंगलवार को दिनदहाड़े औना सदरा गांव में हरे पेड़ो की कटान हो रही थी।जिसमे वन माफिया द्वारा सलोन पुलिस को पैसे देने की बात कह रहा था।रेंजर ने उक्त प्रकरण में गांव के ही जितेंद्र पटेल को ही पेड़ के बोटे सुपुद्र कर दिया है।बुधवार को सलोन कस्बा स्थित सी0ओ0 व एसडीएम ऑफिस के पीछे एक भारी भरकम आम का पेड़ आंधी में गिर गया था।पेड़ पर वन माफियाओ की नजर पड़ी।इसके बाद बगैर वन विभाग को सूचना दिये आम के पेड़ का बोटा बनाकर वन माफिया पूरा पेड़ साफ कर दिये।ग्रामीणों ने इसकी सूचना डीएफओ व स्थानीय पुलिस, वनविभाग को दी।डीएफओ के निर्देश पर रेंजर नागेन्द्र पटेल मौके पर पहुँचे।उनको देखते ही इलेक्ट्रिक कटर लेकर वन माफिया भाग खड़े हुए।रेंजर ने बताया कि सलोन कस्बे का ही एक वन माफिया बगैर परमिट के आम का पेड़ कटवा रहा था।जिसके विरुद्ध सलोन थाने में तहरीर दी गई है।जब कि औना सदरा गांव में त्रिभुवन औऱ पेड़ मालिक के विरुद्ध धारा 4/10 का मुकदमा दर्ज करवाया गया है।वही सीओ इंद्रपाल सिंह ने बताया कि उनके ऑफिस के पीछे आंधी में पेड़ गिरा था।जिसे एक महिला पेड़ कटवाने के लिए उनके पास आई है।जिसको काटने के लिए कहा गया था।

अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट

Previous articleधर्म छिपाकर हिंदू विधवा महिला से किया विवाह
Next articleभाजपा के संगठन के पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक संपन्न