महराजगंज (रायबरेली)। क्षेत्र में आवारा पशुओं की वजह से किसानों की फसल चौपट हो रही है। क्षेत्र में एक भी गौशाला न होने से छुट्टा जानवरों की बाढ़ सी आई हुई है।क्षेत्र के बघैल, खैरहना, पहरेमऊ, असर्फाबाद, बहादुर नगर, पहरावां, ओया, रुकुनपुर, बैखरा सहित क्षेत्र की अन्य ग्राम पंचायतों में गौशाला के लिए जमीन उपलब्ध होने के बावजूद उच्चाधिकारियों के इस ओर ध्यान न देने से क्षेत्र के किसान छुट्टा जानवरों को लेकर परेशान हैं।
बताते चलें कि इस समय सब्जी पैदा करने वाले किसान हों या फिर जिन किसानों ने गेहूं की बुवाई कर दी है आवारा खुला छुट्टा जानवरों की वजह से दिन-रात उनको अपने खेतो की रखवाली करनी पड़ रही है। आवारा पशुओं ने किसानों का जीना मुहाल कर रखा है किसान राम सजीवन यादव का कहना है कि दिनभर हम लोग मेहनत करते हैं और रात को इन आवारा पशुओं की देखरेख करते हैं। अगर ऐसा ना करें तो हमारे बच्चे भूखे मर जाएंगे तथा खेत में कुछ भी पैदा नहीं होगा किसान पप्पू यादव का कहना है की आवारा पशुओं की वजह से किसानों का बजट गड़बड़ा रहा है तथा उनको जितना अपने खेत में पहले मिलता था उसका आधा भी मिलना मुश्किल हो रहा है लेकिन शासन प्रशासन की तरफ से इस ओर केवल कागज पर ही ध्यान दिया जा रहा है। जमीनी स्तर पर कहीं कोई कर्मचारी और अधिकारी इस मामले को नहीं उठा रहा है। किसान माताफेरपाल, रामलाल, उदयकुमार पासी, संजय यादव, राजाराम, चांदिका, बिजयराजसिंह, अब्बास अली, सुशील, रामनरेश, आदि ने बताया कि क्षेत्र में कई ग्रामसभा ऐसी हैं जिनमें चारागाह की जमीन उपलब्ध होने के बावजूद अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिससे किसान इन छुट्टा जानवरों से परेशान हैं। इन किसानों ने बताया कि कई बार उच्चाधिकारियों से शिकायत कि गई पर नतीजा वहीं ढाक के तीन पात रहा।
अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट