महराजगंज रायबरेली।
प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण से बचाव को दो गज क़ी दूरी-मास्क है जरूरी का निर्देश अमूमन सभी को दे रही। यही नही बढ़ते कोरोना संक्रमण क़े फैलाव को रोकने को सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासो क़ी निगरानी इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा क़ी जा रही। बावजूद सरकार क़े नियमो का पालन डाकघर महराजगंज क़े पदेन अधिकारियो द्वारा बिल्कुल नही किया जा रहा।
बताते चले क़ी शनिवार को लाकड़ाउन होने क़े बावजूद डाकघर मे आधार कार्ड बनवाने को करीब 250-300 क़ी भीड़ डाकघर क़े छोटे से परिसर मे एकत्र देखी गयी। जहां खुलेआम लोगो द्वारा सोशल डिस्टेंस क़ी धज्जियां उड़ाई गयी। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा एक साथ इतनी भीड़ क़ी मनाही होने क़े बावजूद पोस्ट मास्टर द्वारा प्रशासन का ना ही सहयोग लिया गया और ना ही इतनी भीड़ क़ी सूचना ही दी गयी। आए हुए लोगो मे काफी संख्या महिलाओ एवं बच्चों क़ी रही जिन पर कोरोना का खतरा सर्वाधिक है। यही नही बगल स्थित कोतवाली क़े शुक्रवार को हाट स्पाट घोषित होने एवं 3 पुलिस कर्मियों क़े कोरोना संक्रमित होने क़े बावजूद पोस्ट मास्टर द्वारा सबक ना लिया जाना समझ क़े परे। फिलहाल आधार बनवाने आई भीड़ किसके बुलावे पर आई यह प्रशासन द्वारा जांच का विषय है। किन्तु कही ना कही यह लापरवाही डाककर्मियों एवं आधार कार्ड बनवाने आई भीड़ पर भारी पड़ सकती है। प्रकरण मे उपजिलाधिकारी विनय कुमार मिश्रा ने बताया क़ी मौके पर पुलिस भेज भीड़ को हटाया गया है एवं पोस्ट मास्टर को टोकन बांट आधार कार्ड बनवाने क़े निर्देश दिए गए है।
एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट