रायबरेली। जिले के मुंशीगंज में बने एम्स की ओपीडी की शुरुआत ट्रायल के तौर पर सोमवार से हो गई। अभी यहां पर जनरल मेडिसिन, हड्डी रोग, नाक-कान-गला, नेत्र और मुंह से जुड़ी बीमारियों के विभाग खोले गए हैं। इनके लिए पीजीआइ चंडीगढ़ से अलग-अलग विभागों के पांच विशेषज्ञ चिकित्सकों और तीन सहयोगी चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है। जनपद के दरियापुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओपीडी सोमवार सुबह नौ बजे से शुरू हो गई। इससे पहले अस्पताल के वरिष्ठ डाक्टरों ने विधि-विधान से पूजा की। ओपीडी शुरू करवाने के लिए चंडीगढ़ पीजीआई के अधिकारियों की टीम यहां आई है। लम्बी जद्दोजहद के बाद आज आखिर रायबरेली के मुंशीगंज में स्थित नवनिर्मित ऐम्स में मरीजों का इलाज शुरू हो गया। सुबह 11 बजे तक होगा रजिस्ट्रेशन, मरीजों की कतार सुबह से लगी। सोमवार से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने रायबरेली लोगों को अपनी सेवाएं देना शुरू कर दिया। हालांकि, अभी ओपीडी ही चलाई जाएगी। मगर, इससे भी उन लोगों को काफी राहत मिलेगी, जिन्हें गंभीर रोगों के इलाज के लिए लखनऊ, कानपुर, दिल्ली और न जाने कहां-कहां की दौड़ लगानी पड़ती है। इससे रायबरेली ही नहीं आसपास के और भी कई जिलों के लोग जिसकी राह देख रहे थे। एम्स मे पहले दिन 545 रोगियों का पंजीकरण किया गया और उन्हें डाक्टरों की टीम ने देखा। 234 मरीजों को दवा उपलब्ध करायी गयी। 20 लोगों के रक्त के नमूने लेकर जांच की गई। अल्ट्रासाउंड और एक्सरे दो दिन में चालू हो जायेगा। राजनैतिक दलों में श्रेय लेने की होड़ मची हुई है।