सलोन,रायबरेली।सलोन कोतवाली क्षेत्र के तेरहाव गांव में छापेमारी के दौरान पकड़ी गई लाखो रुपये कीमत के अवैध लकड़ी के मामले में पुलिस और वन विभाग आमने सामने हो गए है।एक तरफ पुलिस ने वन तस्करों पर कार्यवाही की बात कही है।वही वन क्षेत्राधिकार ने पूरा प्रकरण पुलिस के ऊपर झाड़ कर कार्यवाही से इनकार कर दिया है।जिसके बाद पुलिस ने महुआ की लकड़ी को अपनी कस्टडी में ले लिया है।वही विधायक दल बहादुर कोरी में वन रेंजर पर कार्यवाही की बात कही है।जानकारी के मुताबिक शनिवार को सभा सभा सलोन देहात के तेरहाव गांव में वन माफियाओ ने 18 हरे महुआ के पेड़ों को काट दिया था।जिसमे से एक ट्रक और दो पिकप के माध्यम से बेशकीमती लकड़ी तस्करों द्वारा बाहर भेजवा ढ़ी गई।वही एक स्थानीय नेता ने एक पूरी घटनाक्रम की जानकारी सीओ सलोन इंद्रपाल सिंह औऱ वन क्षेत्राधिकार को दे दी।सीओ सलोन अवैध पेड कटान की सूचना पर मौके पर पहुँचे तो वह माफिया भाग निकले।जबकि मौके से आरा, कटर,रस्सा,कुल्हाड़ी पुलिस ने बरामद कर ली थी।सीओ सलोन ने रेंजर को मौके पर बुलाकर कार्यवाही के निर्देश दिया था।लेकिन उनके द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई।जिसके बाद सीओ इंद्रपाल सिंह ने 53 बोटा हरे महुआ के दो कटे पेड़ो को पुलिस कस्टडी में देकर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया।इस सम्बंध में वन रेंजर नागेन्द्र पटेल ने बेतुका बयान दे दिया।उनका कहना है लकड़ी पुलिस ने पकड़ी है।उनसे पूछिए मैं क्यो कार्यवाही करू।जबकि सीओ इंद्रपाल सिंह ने बताया कि छापेमारी में लकड़ी भारी मात्रा में पकड़ी गई है।मौके से लकड़ियों को उठवा कर सूची चौकी पर रखवाई जा रही है।वन विभाग के उच्चाधिकारियों कप्तान साहब को मौके की हकीकत से रूबरू करा दिया गया है।जल्द ही मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाएगी।विधायक दल बहादुर कोरी ने कहा कि सलोन में पेड़ कटान की सूचना है।वह रेंजर की शिकायत ज्यादा आ रही है।उसके विरुद्ध कार्यवाही के लिए विभागीय अधिकारियों से बोला गया है।
अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट