सलोन (रायबरेली)। दिव्यांग नीरज अग्रहरि की सन्देहास्पद मौत के रहस्य को उजागर करने के लिए सलोन पुलिस ने एसपी के निर्देश पर पांच लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।मंगलवार को क्षेत्राधिकारी एवं सलोन कोतवाल ने मौके पर जाकर पुनः घटना स्थल का निरीक्षण किया।जबकि पुलिस ने मृतक युवक और गांव में कुछ लोगो से पुरानी रंजिस का मामला उजागर होने पर केश में फिर से बिंदवार जांच शुरू कर दी है।विदित हो कि आशा देवी पुत्र स्वर्गीय सूरजपाल निवासी मटका का 28 वर्षीय पुत्र दिव्यांग होटल संचालक नीरज अग्रहरि का शव 21नवम्बर 2019 को अपनी दुकान के अंदर फांसी के फंदे पर लटकता मृत पाया गया।घटना के एक दिन पूर्व उसके बड़े भाई की शादी थी।लेकिन शादी वाले दिन ही किसी बात से नाराज होकर मृतक नीरज घर लौट आया था।परिजनों के मुताबिक उसकी नाराजगी दूसरे दिन खत्म हो गई थी।और सब कुछ पहले जैसे हो गया था।लेकिन 21 नवम्बर को सन्देहास्पद तरीके से युवक का शव उसी के होटल के अंदर लटकता पाया गया।परिजनों की माने तो आत्महत्या करने का कोई रीजन नही था।जबकि उसको मारने के लिए गांव के कुछ लोग रोज धमकी देते थे।मंगलवार को मुकदमा दर्ज होने के बाद क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र चतुर्वेदी, कोतवाली प्रभारी के साथ घटना स्थल पर पहुँचे।और घटना स्थल पर मौजूद लोगों से बिंदुवार पूंछतांछ शुरू की।इस दौरान पुलिस के सामने दो बातें उभर कर जो सामने आई।जिसमे मृतक का गांव में लोगो से विवाद होना, और मृतक का गांव में विवादित होना।पुलिस की जांच की कड़ी में अहम सुराग माना जा रहा है।सलोन कोतवाल राम अशीष उपाध्याय ने बताया की मृतक युवक की माँ आशा देवी की तहरीर पर शिव प्रसाद, शिवप्रताप पुत्र रामदीन, सुंदर लाल साहू पुत्र छेदीलाल, राम बाबू उर्फ रामु पुत्र घनश्याम व सन्दीप यादव के विरुद्ध हत्या का मुकदमा पंजीकृत कराया है।
अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट