रायबरेली। रायबरेली से एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ’ नारे पर सवालिया निषान लगा दिया है। बालिकाओं को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में भले ही अभिभावक अपनी बेटियों को पढ़ने भेज रहे हों लेकिन वार्डेन वहां बालिकाओं से काम करा रही हैं। वार्डेन द्वारा विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं से मिट्टी ढुलाई का काम लिया जा रहा था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कार्यवाही की बात कही है। मामला महराजगंज तहसील के अमावां ब्लाक के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय थुलवांसा का है। विद्यालय की वार्डन गीतांजलि द्वारा छात्राओं से जबरन डरा-धमका कर मजदूरी करवाई जा रही है। स्कूली बालिकाओं द्वारा स्कूल की बाउंड्री पार करवाकर मिट्टी ढुलवाने का वीडियो एक जागरूक ग्रामीण ने बना लिया। जब यह वीडियो वायरल हुआ तो शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया। इस मामले में रायबरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी पीएन सिंह ने कहा की मीडिया के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है। जांच कराकर कार्यवाई की जाएगी।