महराजगंज रायबरेली
कोतवाली क्षेत्र में रविवार को सप्ताहिक लॉकडाउन असर दिखाई पड़ा। क्षेत्र के महराजगंज कस्बा,मऊ बाजार,डेपारमऊ, हलोर,हरदोई चौराहा,थुलवांसा, पहरेमऊ व नवोदय चौराहे सहित समूचे क्षेत्र में मेडिकल क्लीनिक एवं आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर सभी दुकाने बन्द रही। सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा,सिर्फ जरूरी काम से आने जाने वाले ही सड़कों पर दिखाई पड़े। विदित हो कि दिन-ब-दिन कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने आगामी 15 मई तक प्रत्येक रविवार को समूचे उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। जिसका कड़ाई से अनुपालन कराने के सख्त निर्देश दिए हैं। वहीं बगैर मास्क के मिलने वालों पर 1000 का जुर्माना व कोविड-19 गाइडलाइन का बार-बार उल्लंघन करने वालों पर 10000 का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना वायरस कोविड-19 की दूसरी लहर ने भारत को झकझोर कर रख दिया है। नए साल के आगमन पर देशवासियों को लग रहा था कि महामारी से राहत मिल गई है। फरवरी आते-आते आम जनता से लेकर नेता-नौकरशाह और यहां तक कि चिकित्सक भी यह मानने लगे कि जल्द ही महामारी निजात मिल जायेगी। ऐसे में संक्रमण ने नए सिरे से सिर उठाना शुरू कर दिया और देखते-देखते ही प्रतिदिन कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी। हालात ये हैं कि शहरों में कोरोना मरीजों को न तो अस्पताल में बेड मिल रहे हैं, न वेंटीलेटर।ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं का भी अभाव देखने को मिल रहा है। कोरोना से होने वाली मौतों के कारण श्मशान गृहों और कब्रिस्तान में शवों के आने का सिलसिला जारी है। यदि चरमारते स्वास्थ्य ढांचे को संभाला नहीं गया तो हालात और अधिक बेकाबू हो सकते हैं। आलम यह कि कोरोना की दूसरी लहर पहली से ज्यादा घातक प्रतीत हो रही है। ऐसे में कोरोना पर काबू पाने के लिए सरकार ने सप्ताहिक लॉकडाउन का निर्णय लिया है। कोरोना महामारी से बचने के लिए सावधानी बरतने के अलावां दूसरा कोई उपाय नहीं है।
यदि हर नागरिक यह ठान ले कि वह बेवजह घर से बाहर नहीं निकलेगा और मास्क लगाने के साथ शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए अपनी सेहत का ख्याल रखेगा तो हालात बदले जा सकते हैं।
एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट