नसीराबाद (रायबरेली)। डूडा व नगर पंचायत नसीराबाद बोर्ड की खाऊ कमाऊ नीति के चलते कस्बे के 172 प्रधान मंत्री आवास के लाभार्थी चार महीने से आवास बनवाने के लिए दूसरी किस्त मिलने की बाट जोह रहे हैं। ये लाभार्थी अधूरे आवास के चलते भरी बारिश पन्नी तान कर रहने को मजबूर हैं।
नगर पंचायत नसीराबाद में प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत एक मार्च को 196लाभार्थियों को 50000-50000 हज़ार की पहली किस्त मिली थी जिससे लाभार्थियों की दो कमरों की दीवार व खिड़की दरवाज़ा बगैर पल्ले का ही बना है इस के बाद दूसरी किस्त पाने के लिये लाभार्थी चार महीने से नगर पंचायत कार्यालय की परिक्रमा कर रहे हैं लेकिन उनके खातों में दूसरी किस्त का पैसा नहीं आ रहा है ।अब लाभार्थी अपना पुश्तैनी मकान गिराकर नये मकान के बन्ने के इंतज़ार में पन्नी आदि तान कर भरी बारिश में रहने को मजबूर हैं। नगर पंचायत नसीराबाद के प्रधान मंत्री आवास योजना के लाभार्थी सावित्री, लाली रेनी, शफीकुन, रईस, बानों रेहना सरिता सबा नफीसा मुरसरी, ज़ायरा, मुकतदा, आसिया, मोहम्मदुन, रईसा, आदि ने बताया कि उनका आवास अधूरा पड़ा है नगर पंचायत अध्यक्ष व ईओ से लगातार दूसरी किस्त दिलाने का अनुरोध कर रहे है लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात ही है अब हम बेघर होकर पन्नी आदि तान कर रहने को मजबूर हैं।लाभार्थियों का कहना है कि डूडा वाले नगर पंचायत के सदस्यों के साथ मकान का सर्वे करने आते हैं और दूसरी किस्त के लिये सुविधा शुल्क की मॉग करते हैं सुविधा शुल्क देने वालों में 24 लाभार्थियों को डेढ़ लाख की दूसरी किस्त मिली है बाकी 172 लाभार्थी अभी इंतिज़ार कर रहे हैं। उधर नगर पंचायत की चेयरमैन अनीसा बानो व ईओ संदीप कुमार सरोज ने सुविधा शुल्क की मॉग को नकारते हुये कहा कि दूसरी किस्त के लिए परियोजना अधिकारी डूडा को पत्र लिखा गया है।
अनुज मौर्य/मुस्तकीम अहमद रिपोर्ट