शिवगढ़ (रायबरेली)। थाना क्षेत्र अंतर्गत धान की फसल जैसे जैसे कट रही है और खेत खाली हो रहे हैं। वन माफियाओं ने पुलिस और वन विभाग की मिलीभगत से गोटें बिछानी शुरू कर दी हैं। जहां योगी सरकार वृक्षारोपण को लेकर सभी ब्लाकों में पेड़ लगवा रही है ताकि सभी क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण बना रहे। वहीं वन माफिया हरे-भरे प्रतिबंधित पेड़ों को विरान करने में जुट गए हैं। सूत्रो की मानें तो हल्का इंचार्ज, बीट के सिपाहियों एवं वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से क्षेत्र में हरे पेड़ों की कटान होती है। हाल ही में थाना क्षेत्र के अंतर्गत नीम, शीशम, आम के कई प्रतिबन्धित हरे पेड़ों की कटान हो चुकी है। किंतु शिवगढ़ पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। विडम्बना है कि एक पेड़ को लगाने के लिए पुलिस और जनप्रतिनिधि फोटो खिंचाते हैं और उसकी व्हाट्सएप पर डीपी लगाते हैं। जबकि उन्हीं की नाक के नीचे हरे पेड़ों की कटान होती हैं और उन्हें भनक तक नहीं लगती। हैरानी की बात है कि जब जागरूक पर्यावरण के प्रति चिंतित व्यक्तियों द्वारा पुलिस और वन विभाग के आला अधिकारियों से शिकायत की जाती है तो पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें कानून बताया जाता है। बड़ा सवाल है कि ऐसे में कैसे सुरक्षित रहेगा पर्यावरण।
अनुज मौर्य रिपोर्ट