महराजगंज,रायबरेली।
चन्द दलालो की कठपुतली बनी स्थानीय नगर पंचायत अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है। बेचारी को दुखः तो इस बात का है कि विकास के नाम पर कुछ दलाल इसे दोनो हाथों से लूट रहे है और शासन प्रशासन मौन साधे बैठा है। चाहे सोलर लाइट का मामला हो या अन्य उपकरण खरीदने का हर माल में आधे-आधे का मामला तय होता है। यही कारण है कि सामान उस फर्म से खरीदा जाता है जिसका प्रत्यक्ष में कोई वजूद नही है। सिर्फ कागजो पर ही फर्म का नाम होता है। अध्यक्ष से लेकर अधिशाषी अधिकारी और बाबू तक इस लूट घसूट में संलिप्त है। किन्तु कोई कुछ बोलने वाला नही है। लाखों की लगने वाली सोलर लाइट कारोडो तक का बिल लगाकर रूपये डकारने का काम किया गया है। सोलर लाइटो की बात करें तो 5-5 मीटर में लाइटे लगायी गयी है। कारण पहले लगाई गयी सोलर छः महीने में खराब हो गयी है। चूंकि कमीशन पर खरीदी गयी सोलर लाइट की गारंटी तो होती नही इसी लिए जनता कि आवाज दबाने के लिये पुनः दूसरी और फिर तीसरी लाइट लगा दी गयी। लेकिन भी दम तोड़ चुकी है यदि नगर पंचायत में लगाई गयी सोलर लाइटो की वास्तविक जॉच करायी जाय तो करोडो का घोटाला खुलकर सामने आयेगा। इतना ही नहीं चाहे टैक्टर खरीद हो या हाइड्रोलिक गाडी सबमें 30 से 50 प्रतिशत का कमीशन सेट है। यही नही कूडा उठाने की ठेलिया तक में हेर फेर किया गया है। चूंकि शासन सत्ता में पैठ होने के कारण कोई अधिकारी जॉच का जोखिम नही उठाना चाहता। जिसके चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की छबि खराब हो रही है। लोगो का मानना है कि यदि इस घपले बाजी की जॉच न करायी गयी तो आने वाले चुनाव में शासन सत्ता को इसका खामियाजा उठाना पडेगा। क्यों कि जनता के खून पसीने की कमाई का रूपया बिकास के नाम पर चन्द लोगो की तिजोरी भरने के काम आ रहा है।
अशोक यादव रिपोर्ट