पति के मरने के बाद लेखपाल ने पत्नी के बजाए जमीन दूसरे के नाम वरासत करी

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महराजगंज रायबरेली
तहसील क्षेत्र के लेखपालों के अजब-गजब कारनामे सामने आ रहे हैं।अभी दो दिन पूर्व क्षेत्र के एक लेखपाल का रिश्वत के रुपए गिनने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि तहसील दिवस में दिए गए प्रार्थना पत्र में बलईमऊ निवासी एक महिला ने लेखपाल ओमप्रकाश सोनी पर आरोप लगाते हुए बताया कि उसके जीवित रहते ही उसके मृतक पति की जमीन दूसरे के नाम पर वरासत कर दी गई ।जिस पर जन सुनवाई कर रही तहसीलदार शिकायत सुन कर उछल पड़ी। हालांकि मामले में तहसीलदार ऋचा सिंह ने तहसील दिवस में मौजूद कानून गो श्री कांत पांडेय से मामले की मौके पर ही जांच कराई तो पता चला कि हल्का लेखपाल ओमप्रकाश ने रामरती पत्नी स्व राम गुलाम को मृत दिखा 26.01.2021 को उसकी जमीन, देवरानी व देवरानी के दो लड़को के नाम दर्ज कर दी। मामले की जानकारी होने पर जब पीड़िता द्वारा पैरवी की जाने लगी और मामला तूल पकड़ने लगा तो लेखपाल ने स्वयं को बचाने हेतु 2 सितंबर यानि की सम्पूर्ण समाधान दिवस के दो दिन पहले आदेश निरस्त कर पल्ला झाड़ लिया।सवाल यह है कि जब सालो साल मृतक होने के बाद भी पीड़ित पक्ष द्वारा लेखपालों की चरण बंदना व तहसील के दर्जनों चक्कर लगाने के बाद भी लेखपाल वरासत चढाने में आना कानी करते देखें जाते हैं। वहीं इस मामले में लेखपाल ने तो सारी हदें ही पार कर दी। लेखपाल ने बिना जाँच किए ही जीवित को मृत दिखा जमीन किसी दूसरे के नाम ही चढ़ा दी। इससे साफ जाहिर हैं कि लेखपाल ओम प्रकाश व तारावती आदि में साठ गांठ व फर्जी दस्तावेजो की कूटरचना हुई। मामले में पीड़ित महिला ने लेखपाल सहित लाभान्वित पक्ष के खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही की मांग की है। मामले में तहसीलदार ऋचा सिंह ने कहा कि मामले की जाँच कराकर उचित कार्यवाही की जाएगी।

अनुज मौर्य/एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट

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