रायबरेली। सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता ओपी यादव ने कहा है कि नौजवान देश की बुनियाद है। इन्हें मजबूत करना सरकार का कर्तव्य है, लेकिन सरकार इन्हें सुविधा देने में सौतेला व्यवहार कर रही है। छात्रवृत्ति आवेदन हेतु जो एक मौका छात्रों को समाज कल्याण विभाग द्वारा दिया गया है, उसमें अनुसूचित जाति, जनजाति एवं सामान्य वर्ग के छात्रों को मौका दिया गया है, लेकिन ओबीसी वर्ग के छात्रों को इस मौके का लाभ दिए जाने से वंचित कर दिया गया है। इस प्रकार योगी सरकार पिछड़ों की बुनियाद को कमजोर कर रही है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति तथा सामान्य वर्ग के उन छात्र-छात्राओं को सरकारी छात्रवृत्ति व फीस भरपाई के लिए आन लाइन आवेदन करने का एक और मौका दिया गया है, जो अब तक किन्हीं कारणों से आवेदन नहीं कर पाये। मगर यह अवसर राज्य के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) छात्र-छात्राओं को अभी नहीं मिल सका है। समाज कल्याण विभाग के अनुसार कक्षा-10 से ऊपर यानी इण्टरमीडिएट, स्नातक, पीजी के अलावा मेडीकल, प्रबन्धन व इन्जीनियरिंग आदि में पढ़ने वाले एससीएसटी व सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राआंे के छात्रवृत्ति तथा फीस भरपाई के लिए आवेदक 16 से 26 नवम्बर तक करने का एक मौका और मिला है। पहले यह अवधि पहली जुलाई से 10 अक्टूबर तक तय थी। अब 16 से 26 नवम्बर के बीच आॅनलाइन आवेदन पूरा करने और फाइनल प्रिंट निकालने का काम 3 दिनों में पूरा करना है। फिलहाल प्रदेश के समाज कल्याण विभाग के इस निर्णय से राज्य के ओबीसी वर्ग के छात्र-छात्राओं को इस लाभ से वंचित कर दिया गया है। ओपी यादव ने मुख्यमन्त्री एवं समाज कल्याण मंत्री को फैक्स भेजकर मांग की है कि ओबीसी वर्ग को केवल वोटर न समझे, इन्हें भी छात्रवृत्ति आवेदन करने हेतु एक मौका दें।