महराजगंज (रायबरेली)। पेयजल और सिंचाई की समस्या से जूझ रही पचास हजार की आबादी, आपकोबताते चलें पेयजल एवं सिंचाई से भयानक त्रासदी झेल रहे बछरावां विधानसभा के डेढ़ दर्जन से अधिक ग्राम सभाएं जिसमे पहरावा, अशरफाबाद, बहादुर नगर, ओया, मोन, रुकनपुर, बघेल, कुसमहुरा, ज्यौना, सिंचाई का कोई साधन ना होने से अधिकतर किसान या तो पलायन करने को मजबूर हैं। क्षेत्र में केवल पहरेमऊ में नलकुप है लेकिन वो कब चलता है और कब बन्द हो जाता है उसका कोई अता पता नही है। वही पानी की समस्या से इन गांवों के किसानों को बड़ी दिक्कतो का सामना करना पड़ता है।या फिर किसी तरह कर्ज लेकर भूमिगत जल का दोहन कर किसी तरह सिंचाई बमुश्किल कर पाते हैं। एक समरसेबल पंप लगाने के लिए किसान कर्ज लेता है। बेतहाशा बिजली बिल में वृद्धि के कारण किसान लाचार और अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है पर्याप्त बारिश ना होने की वजह से लगातार भूमिगत जलस्तर गिर रहा है।किसानों के समरसेबल के पंप भी खराब होते चले जा रहे हैं।शासन प्रशासन इस ओर ऐसे मुंह फेर के बैठा है जैसे वह कुछ जानता ही नहीं पेयजल की समस्या से लगातार लोगों को पीने के पानी के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है नेता आते हैं मीटिंग करते हैं घोषणा करते हैं और चले जाते हैं। यह समस्या जस की तस बनी हुई है वही जिम्मेदार मौन है।
अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट