रायबरेली
आपने प्राथमिक विद्यालय तो बहुत देखे होंगे। लेकिन वहां फर्राटेदार इंग्लिस बोलने वाले बच्चे आपने नहीं देखेंगे होंगे। दरी और तख्त पर बैठकर पढ़ने वाले कचौन्दा मोहद्दीनपुर प्राथमिक विद्यालय के बच्चे न सिर्फ इंग्लिश में अपना इंट्रोडक्शन देते हैं। बल्कि वे आपस मे बात भी अंग्रेजी में करते हैं
बता दें, कँचन टुडे की तरफ से चल रहे कब स्मार्ट होगा मॉडल स्कूल के कैंपेन के पहले दिन जब रिपोर्टर प्राथमिक विद्यालय कचौन्दा मोहद्दीनपुर पहुंचा तो बच्चे स्कूल की कक्षा में अंग्रेजी पढ़ते नज़र आये जब रिपोर्टर स्कूल के अंदर पहुंचा तो बच्चे दरी पर बैठकर पढ़ते हुए नजर आए। जब रिपोर्टर दूसरे कमरे में पहुंचा तो मौके पर मौजूद शिक्षिका सपना सिंह ने बताया कि उनका विद्यालय प्राथमिक विद्यालय है। वे कक्षा चौथी व पांचवीके बच्चों को शिक्षा देती है। बच्चों को जहां इंग्लिश बोलना सीखा रही हैं वही उन्हें अच्छी शिक्षा देने का शिक्षिका की तरफ से जब दावा किया गया तो रिपोर्टर ने कुछ बच्चों से इंग्लिश में किताबो व इंग्लिश में पोएम सुनाने को कहा ,और यकीन मानिए जवाब वाकई चौकाने वाले थे बच्चे फर्राटेदार इंग्लिश बोलना शुरू कर दिए। न सिर्फ इंग्लिश में सवालों के जवाब दिए बल्कि अपना इंट्रोडक्शन भी इंग्लिश में देते हुए नजर आए।
शिक्षिका ने छोड़ दी थी प्राइवेट स्कूल की महँगी जॉब
शिक्षिका सपना सिंह ने रिपोर्टर को बताया कि वे 6 साल पहले लखनऊ में जाने माने प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थी लेकिन उनका मन वहाँ नही लग रहा था क्योंकि वे चाहती थी कि उनके द्वारा दी जा रही शिक्षा उन बच्चो को मिले जो दूर दराज गाँवो में मौजूद हैं और उनके अंदर जज्बा तो है लेकिन निखारने वाला कोई नही इसी सब को देखते हुए उन्होंने प्राइवेट स्कूल को छोड़ दिया।
सबसे बड़ा पहलू यही है कि हर प्राथमिक विद्यालयो में अगर बच्चो को सही शिक्षक व बच्चो को शिक्षा सम्बंधित सुविधाएं मिल जाए तो यही बच्चे प्राइवेट स्कूल के बच्चो से आगे निकल जाएंगे ,सरकार को चाहिये कि प्राथमिक विद्यालयों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है लेकिन ये कब हो पायेगा ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।
अनुज मौर्य ग्राउंड रिपोर्ट