महाराजगंज (रायबरेली)। कोतवाली क्षेत्र के करोड़ों की लागत से बनी हुई सड़क जोकि सैकड़ों गांवों को जोड़ती है तथा उनके आवागमन में सुलभता का कारण है। मऊ से लेकर लाही बॉर्डर तक नहर की पटरी पर बनी हुई सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। करीब 2011-12 में बनी हुई है सड़क बमुश्किल साल 2 साल ही चल पाई उसके बाद इस पर पैचिंग का कार्य अभी 1 वर्ष पूर्व करवाया गया लेकिन विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से यह सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। मऊ से लेकर लाही बॉर्डर तक गाड़ी चलना तो छोड़िए जनाब इस पर इस पर आप पैदल भी नहीं चल सकते। भ्रष्टाचार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर वर्ष इस पर पैचिंग कराई जाती है लेकिन 2 महीने से अधिक यह सड़क नहीं टिक पाती जिससे ग्रामीणों में बड़ा आक्रोश है। हिलहा प्रधान अंजनी कुमार कई बार इसकी शिकायत की गई लेकिन मामला जस का तस बना हुआ है। ग्रामीण राजकुमार सिंह जगदेव पूर्व प्रधान मुन्ना सिंह अवधेश सिंह रामकरण सिंह रामदीन पासी आदि ग्रामीणों का कहना है कि अगर इसी तरह चलता रहा तो ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे।
अनुज मौर्य /अशोक यादव रिपोर्ट